जानिए अभिनेता अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया का दिल्ली के चांदनी चौक से क्या था नाता?

अरुणा भाटिया ने मुंबई में 77 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनके बेटे अक्षय कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। वे कुछ दिनों से बीमार थीं। उनके निधन की खबर ने उन्हें मर्माहत कर दिया क्योंकि यहां के लोगों के दिलों में उनके लिए खास जगह है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 01:04 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 01:04 PM (IST)
जानिए अभिनेता अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया का दिल्ली के चांदनी चौक से क्या था नाता?
अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया ने मुंबई में 77 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया के दिल में चांदनी चौक बसता था। भगवान के कपड़े भी यहीं से मुंबई जाते थे। कुछ दिन पहले ही विशेष मसाले यहां से मुंबई भेजे गए थे। अक्षय कुमार के परिवार से जुड़े व पड़ोसी छत्ता मदन गोपाल निवासी कालू शर्मा बताते हैं कि चांदनी चौक के लोग थोड़ा चटपटा खाते हैं। वे यहां से जहां भी जाते हैं, अपना स्वाद साथ लेकर जाते हैं। अरुणा भाटिया ने मुंबई में 77 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनके बेटे अक्षय कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। वे कुछ दिनों से बीमार थीं। उनकी बीमारी से यहां के लोग चिंतित थे। उनके निधन की खबर ने उन्हें मर्माहत कर दिया, क्योंकि यहां के लोगों के दिलों में उनके लिए खास जगह है।

यहां के लोग उन्हें जरूरतमंदों की हर वक्त मदद करने वाली, व्यवहार कुशल और धार्मिक गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लेने वाली महिला के तौर पर याद करते हैं। कालू बताते हैं कि अक्षय कुमार को समाज सेवा तथा देश के प्रति लगाव के गुण मां से मिले हैं। यहां के लोगों के मुताबिक वर्ष 1947 में बंटवारे के समय अरुणा भाटिया का परिवार जम्मू-कश्मीर से चांदनी चौक आया था। छत्ता मदन गोपाल इलाके में आज भी उनकी हवेली है, जिसका नंबर 1180 है। यहां उनके भाई और उनका परिवार रहता है। उनके निधन पर परिवार मुंबई चला गया है। वे पांच भाई और दो बहनों में दूसरे नंबर पर थीं। उनके दो भाई अब भी दिल्ली में रहते हैं, जबकि बाकी मुंबई में रहते हैं। अक्षय कुमार अपने ननिहाल में पले-बढ़े हैं।

उन्होंने यहीं से फिल्मी दुनिया में जाने का सपना देखा। उनके नाना की खारी बावली में सोडा वाटर की दुकान थी। अरुणा की शादी खारी बावली के सामने स्थित लक्ष्मी नारायण की धर्मशाला में हरिओम भाटिया से हुई थी। उनका लंबा समय चांदनी चौक में बीता। बेटे के फिल्मी जगत में चमकने के साथ वे मुंबई चली गई थीं, लेकिन वर्ष 2015 में मां के रहने तक वे नियमित अतंराल पर यहां आती रहती थीं। यहां के लोगों से उनका जुड़ाव बना हुआ था। वे फोन के माध्यम से यहां के लोगों का हालचाल लेती रहती थीं। किनारी बाजार निवासी आत्म अग्रवाल कहते हैं कि उन्हें बेटे अक्षय कुमार और बेटी अल्का के साथ गुरुद्वारा जाते अक्सर देखा जाता था।

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