जानिये- कैसे यास और टाक्टे तूफान ने साफ की दिल्ली-एनसीआर की हवा, राहत भरा रहा मई महीना

Delhi Air Pollution News पिछले साल वायु गुणवत्ता के मध्यम श्रेणी के रहने के पीछे बड़ी वजह लॉकडाउन के कारण सभी तरह की गतिविधियों का ठप होना रहा था जबकि इस साल मौसम की मेहरबानी से दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही।

By Jp YadavEdited By: Publish:Tue, 01 Jun 2021 08:35 AM (IST) Updated:Tue, 01 Jun 2021 08:35 AM (IST)
जानिये- कैसे यास और टाक्टे तूफान ने साफ की दिल्ली-एनसीआर की हवा, राहत भरा रहा मई महीना
जानिये- कैसे यास और टाक्टे तूफान ने साफ की दिल्ली-एनसीआर की हवा, राहत भरा रहा मई महीना

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। वायु प्रदूषण के लिहाज से 2020 और 2021 का मई माह एक जैसा ही रहा है। दोनों ही बार दिल्ली की वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही। मई 2020 का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्युआइ) 143 था और इस साल 144 दर्ज किया गया है। हालांकि, पिछले साल वायु गुणवत्ता के मध्यम श्रेणी के रहने के पीछे बड़ी वजह लॉकडाउन के कारण सभी तरह की गतिविधियों का ठप होना रहा था, जबकि इस साल मौसम की मेहरबानी से वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही। दोनों वर्ष गंभीर नहीं हुई वायु गुणवत्ता पिछले वर्ष मई में एक भी दिन बहुत खराब अथवा गंभीर श्रेणी का प्रदूषण नहीं रहा और न ही इस बार। पिछले वर्ष मई में दो दिन वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही थी, जबकि इस बार तीन दिन खराब श्रेणी में रहे। इसी तरह मध्यम श्रेणी की हवा वाले दिन पिछले साल 25 थे, इस साल 22 रहे। संतोषजनक श्रेणी वाले दिन गत वर्ष चार थे, जबकि इस साल बढ़कर छह हो गए।

मई महीने में वायु गुणवत्ता में सुधार की एक और वजह टाक्टे और यास तूफान भी रहे, जिसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर में जबरदस्त बारिश हुई। टाक्टे तूफान का असर तकरीबन 1 सप्ताह तक रहा और इस दौरान दिल्ली-एनसीआर के शहरों में हवा बहुत साफ रही।

कोरोना से पहले मई में खराब थी हवा

मई 2018 और मई 2019 के दौरान दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही और दोनों ही वर्ष दिल्ली का औसत एक्युआइ 215 रहा।

वायु गुणवत्ता की श्रेणीएक्युआइ श्रेणी 0 से 50 अच्छी 51 से 100 संतोषजनक 101 से 200 मध्यम 201 से 300 खराब 301 से 400 बहुत खराब 401 से 500 गंभीर 501 से ऊपर आपातकालीन

डॉ. डी साहा (सदस्य, विशेषज्ञ समिति, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय) का कहना है कि   पिछले साल मई में हवा साफ होने का एकमात्र कारण लाकडाउन था, जबकि इस बार बारिश प्रमुख वजह रही। हालांकि, लाकडाउन इस बार भी था, लेकिन उसमें सख्ती कम देखने को मिली। सड़कों पर वाहन भी कम ही सही, लेकिन चलते रहे। 

दिल्ली-एनसीआर में मध्यम श्रेणी में रही हवा

एनसीआर की हवा सोमवार को भी मध्यम श्रेणी में बनी रही। गुरुग्राम को छोड़कर सभी शहर मध्यम श्रेणी में रहे। सफर इंडिया का पूर्वानुमान है कि मौसम की मेहरबानी से अगले तीन दिन एयर इंडेक्स संतोषजनक से मध्यम श्रेणी में बना रह सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार सोमवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 135 दर्ज किया गया। फरीदाबाद का 146, गाजियाबाद का 192, ग्रेटर नोएडा का 166, गुरुग्राम का 70 एवं नोएडा का 156 दर्ज किया गया। 

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