क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी की सब्जेक्ट बेस्ड रैंकिंग में IIT दिल्ली का जलवा, आठ विषय टॉप 100 में शामिल

विषय आधारित रैंकिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आईआईटीडी) के आठ विषय विश्व के शीर्ष 100 संस्थानों में शामिल किए गए हैं। कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर प्रेम कालरा ने कहा कि सीएसई विभाग ने अनुसंधान और शिक्षण दोनों के लिए मान्यता अर्जित की है और इसमें योगदान देने वाले अपने उत्कृष्ट फैकल्टी सदस्यों के साथ लगातार बढ़ रहा है।

By uday jagtap Edited By: Shyamji Tiwari Publish:Mon, 15 Apr 2024 07:33 PM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2024 07:33 PM (IST)
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी की सब्जेक्ट बेस्ड रैंकिंग में IIT दिल्ली का जलवा, आठ विषय टॉप 100 में शामिल
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी की सब्जेक्ट बेस्ड रैंकिंग में IIT दिल्ली का जलवा

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय आधारित रैंकिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (आईआईटीडी) के आठ विषय विश्व के शीर्ष 100 संस्थानों में शामिल किए गए हैं। इंफोर्मेशन और टेक्नोलॉजी में आईआईटीडी को विश्व में 45वां स्थान हासिल हुआ है। संस्थान के तीन विषय भारत में शीर्ष पर हैं।

हाल में क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय आधारित रैंकिंग में आईआईटीडी के पांच इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के दो प्राकृतिक विज्ञान के और एक विषय प्रबंधन का शीर्ष 100 में जगह बनाने में कामयाब रहा है। इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में सिविल और इस्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग को 39वीं, मैकेनिकल इंजीनियरिंग को 50वीं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग को 55वीं, कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रणाली को 63वीं व केमिकल इंजीनियरिंग को 86वीं वैश्विक रैंक हासिल हुई है।

कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में टॉप पर IIT 

सिविल, इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में आईआईटीडी देश में शीर्ष स्थान पर है और मैकेनिकल इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग में दूसरा स्थान रखता है। प्राकृतिक विज्ञान श्रेणी में आईआईटीडी दो विषयों मटीरियल साइंस (वैश्विक रैंक 89) और पर्यावरण विज्ञान (वैश्विक रैंक 100) के साथ शीर्ष 100 विश्व संस्थानों में शामिल हुआ है। राष्ट्रीय स्तर पर संस्थान पर्यावरण विज्ञान में शीर्ष स्थान पर है और मटीरियल साइंस में तीसरा स्थान रखता है। मैनेजमेंट स्टडी विषय को विश्व में 91वीं रैंक हासिल हुई है।

आईआईटी दिल्ली के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर वसंत मतसागर ने कहा कि संस्थान सिविल इंजीनियरिंग में शीर्ष स्थान पर है, क्योंकि आज विभाग न केवल मानव संसाधनों के विकास में अग्रणी है बल्कि भविष्य की प्रौद्योगिकियों का भी आविष्कार कर रहा है। विभाग की गतिविधियां राष्ट्र के विकास, आपदा की जरूरतों को पूरा करने आदि में सार्थक योगदान देती हैं।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख क्या बोले

भारत के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के अनुरूप प्रभावी जलवायु कार्रवाई में योगदान दिया जा रहा है। विभाग अब विश्व स्तर पर टिकाऊ बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान के केंद्र के रूप में पहचाना जाता है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर जयदेव ने कहा कि कई वर्षों से फैकल्टी द्वारा दिखाए गए नेतृत्व, छात्र प्लेसमेंट, अग्रणी क्षेत्रों में अच्छी तरह से उद्धृत अंतर अनुशासनात्मक अनुसंधान, शोध के लिए पर्याप्त फंड और दुनिया भर में अपने पूर्व छात्रों की सफलता के कारण संस्थान लगातार इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग में शीर्ष स्थान पर रहा है।

आईआईटीडी के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर प्रेम कालरा ने कहा कि सीएसई विभाग ने अनुसंधान और शिक्षण दोनों के लिए मान्यता अर्जित की है और इसमें योगदान देने वाले अपने उत्कृष्ट फैकल्टी सदस्यों के साथ लगातार बढ़ रहा है।

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