तेज धमाके के साथ ढह गई फर्स्ट फ्लोर की छत, 5 लोग घायल; घटना की वजह पर सस्पेंस

पुलिस के मुताबिक मलबे में किस के दबे होने की संभावना नहीं है। आश्वस्त होने के लिए टीम मलबा हटा रही है। घायलों का इलाज शुरू कर दिया गया है। दो को गंभीर चोट आई हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 09 Mar 2019 11:20 AM (IST) Updated:Sat, 09 Mar 2019 11:46 AM (IST)
तेज धमाके के साथ ढह गई फर्स्ट फ्लोर की छत, 5 लोग घायल; घटना की वजह पर सस्पेंस
तेज धमाके के साथ ढह गई फर्स्ट फ्लोर की छत, 5 लोग घायल; घटना की वजह पर सस्पेंस

गाजियाबाद, जेएनएन। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के विजयनगर थानाक्षेत्र में शनिवार सुबह एक दो मंजिला मकान की भूतल की छत धमाके के साथ गिर गई। हादसे में दो परिवारों के पांच लोग घायल हो गए। घटना सुबह नौ बजे की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया।

एसएचओ विजयनगर ने बताया कि घटना विजयनगर स्थित लाल क्वॉर्टर्स की है। यहां दो मंजिला मकान के भूतल पर वाजिद अपने परिवार के साथ रहते हैं, जबकि पहली मंजिल पर कविता का परिवार रहता है। सुबह नौ बजे धमाके के साथ भूतल की छत गिर गई। इस समय वाजिद, उनकी पत्नी व दोनों बच्चे घर में ही थे। मलबे में वाजिद व उनका परिवार और कविता समेत पांच लोग दब गए। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के 100 से अधिक लोग मौके पर जमा हो गए।

पुलिस ने लोगों की मदद से घायलों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की सूचना के बाद आठवीं बटालियन एनडीआरएफ की क्यूआरटी भी एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंच गई। पुलिस के मुताबिक मलबे में किसी और के दबे होने की संभावना नहीं है। आश्वस्त होने के लिए टीम मलबा हटा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक घायलों का इलाज शुरू कर दिया गया है। दो को गंभीर चोट आई हैं।

कैसे गिरी छत

छत कैसे गिरी, इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि सिलेंडर फटने से हादसा हुआ। वहीं बताया जा रहा है कि मलबे में दोनों सिलेंडर साबुत बरामद हुए हैं। हादसे के बारे में पुलिस अधिकारी भी फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं बता रहे हैं।

घटिया निर्माण का आरोप

स्थानीय निवासी एवं आरटीआइ कार्यकर्ता चंदन अधिकारी का कहना है कि यह दो मंजिला आवासीय योजना डूडा ने बनाई है। इसे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले व वंचित लोगों के लिए बनाया गया था। आरोप है कि सालों से यहां मूलभूत सुविधा नहीं है। साथ ही भवनों को बनाने में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग हुआ है। पानी निकासी न होने से भवनों की नींव में पानी भर रहा है। आरोप है कि इसी कारण यह हादसा हुआ है। 

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