जून के प्रथम सप्ताह में हाई अलर्ट पर रहेगी दिल्ली, विशेष टीमें रहेंगी तैनात

पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस है। खास बात यह कि इस साल इससे संबंधित अंतरराष्ट्रीय आयोजन का मेजबान भारत है। आयोजन में लगभग 40 देशों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं।

By Amit MishraEdited By: Publish:Mon, 28 May 2018 10:24 PM (IST) Updated:Tue, 29 May 2018 06:05 AM (IST)
जून के प्रथम सप्ताह में हाई अलर्ट पर रहेगी दिल्ली, विशेष टीमें रहेंगी तैनात
जून के प्रथम सप्ताह में हाई अलर्ट पर रहेगी दिल्ली, विशेष टीमें रहेंगी तैनात

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। विदेशी मेहमानों को प्रदूषण के कारण मास्क न लगाना पड़े और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी न हो, इसके मद्देनजर जून माह के प्रथम सप्ताह में दिल्ली हाई अलर्ट पर रहेगी। इसकी अगले एक दो दिन में घोषणा भी कर दी जाएगी। अलबत्ता, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने कड़े तेवर अख्तियार करते हुए एनसीआर के सभी प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इस दौरान दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के मानक भी लागू रहेंगे।

'बीट द प्लास्टिक' है थीम 

गौरतलब है कि पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस है। खास बात यह कि इस साल इससे संबंधित अंतरराष्ट्रीय आयोजन का मेजबान भारत है। थीम रखा गया है 'बीट द प्लास्टिक'। एक से पांच जून के मध्य दिल्ली में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। विज्ञान भवन में एक विशेष प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। पांच जून को यहीं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। आयोजन में लगभग 40 देशों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं।

प्रदूषण रोकने के लिए विशेष टीमें तैनात होंगी

सीपीसीबी सूत्रों के अनुसार इस साल गर्मी में भी वायु प्रदूषण का स्तर बार बार खराब या बहुत खराब श्रेणी में जा रहा है। इसीलिए एहतियात के तौर पर जून के पहले सप्ताह में दिल्ली में वायु प्रदूषण के लिहाज से हाई अलर्ट रहेगा। प्रदूषण से संबंधित शिकायतों को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा। स्थानीय निकाय पानी का छिड़काव करेंगे। विदेशी मेहमानों के ठहरने और दौरे वाली जगहों पर प्रदूषण रोकने के लिए विशेष टीमें तैनात होंगी। स्थानीय निकायों के अलावा सीपीसीबी और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की क्विक रिस्पांस टीमें भी प्रदूषण कम करने के लिए यथासंभव कदम उठाएंगी।

हर स्तर पर बरती जाएगी सावधानी 

सीपीसीबी के सदस्य सचिव ए. सुधाकर ने कहा कि बीती सर्दियों में भारत और श्रीलंका के बीच हुए एक क्रिकेट मैच के वक्त बहुत किरकिरी हुई थी। सीपीसीबी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया गया था। सभी ने सीपीसीबी से सवाल-जवाब किए, ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर के किसी भी आयोजन के दौरान दोबारा इस तरह के हालात नहीं बनें, इसके लिए हर स्तर पर ध्यान रखा जाएगा।

बॉलीवुड के गायक भी आए आगे

'बीट द प्लास्टिक' थीम पर जागरूकता के लिए बॉलीवुड के गायक भी आगे आए हैं। सुनिधि चौहान, शान, सोनू निगम, आयुष्मान खुराना, कनिका कपूर, शंकर महादेवन, नीति मोहन, शेखर और श्यामक डावर इत्यादि ने प्लास्टिक को लेकर गीत तैयार किया है। इस गीत के बोल हैं 'टिक टिक टिक टिक टिक टिक, कसम ये खाएं रे, टिक टिक टिक टिक टिक टिक, प्लास्टिक टिक न पाए रे।' इस गीत में प्लास्टिक के दुष्प्रभावों एवं इससे बचने के जागरूक करने का प्रयास दिखाई देता है।

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