DUTA Election 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का चुनाव शुक्रवार को, जानिये- दमदार उम्मीदवारों के बारे में

DUTA Election 2021 डूटा चुनाव में तदर्थ शिक्षकों का समायोजन प्रमुख मुद्दा है। एनडीटीएफ चुनाव में तदर्थ शिक्षकों के समायोजन ईडब्ल्यूएस की सीटें भरने पदोन्नति सरीखे मसलों को उठा रहा है। एनडीटीएफ का कहना है कि डीयू शिक्षकों के नियमितीकरण के बाद ही एनईपी लागू किया जाए।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 09:41 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 09:41 AM (IST)
DUTA Election 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का चुनाव शुक्रवार को, जानिये- दमदार उम्मीदवारों के बारे में
DUTA Election 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का चुनाव शुक्रवार को, जानिये- दमदार उम्मीदवारों के बारे में

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) शिक्षक संघ का चुनाव शुक्रवार को होगा। अध्यक्ष और कार्यकारिणी परिषद के सदस्यों के लिए शिक्षक संगठन एक दूसरे से भिड़ेंगे। किसके सिर पर जीत का ताज सजेगा यह तो वक्त बताएगा, लेकिन शिक्षक संगठन जीत के लिए जीतोड़ कोशिश कर रहे हैं। कोरोना काल में हुई शिक्षकों की पदोन्नति से उत्साहित नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट 22 साल बाद डूटा अध्यक्ष पद पर काबिज करने तो वहीं वामपंथी शिक्षक संघ डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट अध्यक्ष पद बचाने की जद्दोजहद में जुटा है।

अध्यक्ष पद के लिए नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) ने प्रो.अजय कुमार भागी, डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) ने डा. आभादेव हबीब और एकेडमिक्स फार एक्शन एंड डेवलपमेंट (एएडी) ने डा. प्रेमचंद को उतारा है। एडहाक टीचर्स फ्रंट से डा. शबाना आजमी अध्यक्ष पद के लिए किस्मत आजमा रहीं हैं। डूटा चुनाव में पहली बार आम आदमी पार्टी समर्थित शिक्षक संगठन, दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए ) के अध्यक्ष डा. हंसराज सुमन कार्यकारिणी परिषद के लिए उतरे हैं।

समायोजन प्रमुख मुद्दा

डूटा चुनाव में तदर्थ शिक्षकों का समायोजन प्रमुख मुद्दा है। एनडीटीएफ चुनाव में तदर्थ शिक्षकों के समायोजन, ईडब्ल्यूएस की सीटें भरने, पदोन्नति सरीखे मसलों को उठा रहा है। एनडीटीएफ का कहना है कि डीयू शिक्षकों के नियमितीकरण के बाद ही एनईपी लागू किया जाए। एनडीटीएफ लाइब्रेरियन की सेवानिवृत्त की उम्र बाकी शिक्षकों के मुताबिक करने की भी हिमायती है। कालेज की समस्याओं के तुरंत निस्तारण के साथ ही बुनियादी सुविधाएं बढ़ाने को भी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है, वहीं एएडी ने तदर्थ शिक्षकों के समायोजन का मुद्दा उठाया है। एएडी नई शिक्षा नीति के अंतर्गत चार वर्षीय पाठ्यक्रमों व क्रेडिट ट्रांसफर का भी विरोध कर रही है। एएडी का कहना है कि इससे शिक्षकों की नौकरी खतरे में पड़ जाएगी। डीटीएफ एनईपी नहीं, समायोजन चाहिए के नारे के साथ चुनाव लड़ रही है।

डीटीए का घोषणा पत्र जारी

आम आदमी पार्टी समर्थित शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) का चुनावी घोषणा पत्र बुधवार को जारी हुआ। इसे आम आदमी पार्टी के संयोजक और कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने जारी किया। इस दौरान डूटा कार्यकारिणी सदस्य पद के उम्मीदवार डा. हंसराज सुमन समेत प्रो. नरेंद्र पांडेय , प्रो. मनोज कुमार सिंह, हरीश बंसल, डा. रितु, डा. राजेश कुमार व डा. संदीप सिंह मौजूद थे। घोषणा पत्र में कहा गया है कि दिल्ली सरकार की ओर से वित्तपोषित डीयू के 28 कालेजों में तदर्थ शिक्षकों का समायोजन पहली प्राथमिकता है। घोषणा पत्र में एडहाक महिला शिक्षिकाओं को छह माह का मातृत्व अवकाश दिलाना भी शामिल है।

chat bot
आपका साथी