अंशु प्रकाश मारपीट केस: सीएम केजरीवाल के निजी सचिव को भी पुलिस ने बनाया गवाह

उत्तरी जिले के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, विभव को आरोप पत्र में गवाह इसलिए बनाया गया है, क्योंकि 19 फरवरी को मुख्यमंत्री के कहने पर उन्होंने ही आरोपी 11 विधायकों को बैठक में बुलाया था।

By Edited By: Publish:Tue, 14 Aug 2018 08:44 PM (IST) Updated:Tue, 14 Aug 2018 09:32 PM (IST)
अंशु प्रकाश मारपीट केस: सीएम केजरीवाल के निजी सचिव को भी पुलिस ने बनाया गवाह
अंशु प्रकाश मारपीट केस: सीएम केजरीवाल के निजी सचिव को भी पुलिस ने बनाया गवाह

नई दिल्ली [जेएनएन]। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बदसलूकी व मारपीट मामले में दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार व एमएलए कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य विवेक यादव को भी गवाह बनाया है। दोनों मुख्यमंत्री के बेहद खास हैं।

हर हाल में बैठक में आना है

उत्तरी जिले के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, विभव को आरोप पत्र में गवाह इसलिए बनाया गया है, क्योंकि 19 फरवरी को मुख्यमंत्री के कहने पर उन्होंने ही आरोपी 11 विधायकों को बैठक में बुलाया था। सुबह से देर रात तक इन विधायकों को फोन कर उनपर आधी रात 12 बजे हर हाल में बैठक में शामिल होने का दबाव बनाया था। सभी विधायकों से कहा गया था कि मुख्यमंत्री का आदेश है उन्हें हर हाल में बैठक में आना है।

कुछ विधायकों ने असमर्थता जताई

मुख्यमंत्री व विभव के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के अलावा विधायकों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से भी इसकी पुष्टि हुई है। कुछ विधायकों ने आधी रात में आने पर असमर्थता जताई तो विभव ने उन्हें मुख्यमंत्री का हवाला देते हुए सख्त हिदायत दी थी। विभव के जरिये मुख्यमंत्री का आदेश मिलने पर सभी 11 विधायक बैठक में शरीक हुए थे।

दो बार हुई पूछताछ 

पुलिस घटना के बाद दो बार विभव से पूछताछ कर चुकी थी। पहले उनसे मुख्य सचिव के साथ मारपीट की घटना को लेकर पूछताछ की गई थी, जिसमें उन्होंने मारपीट किए जाने से इन्कार कर दिया था।दूसरी बार उनसे सीसीटीवी कैमरे की फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद कैमरे की टाइमिंग 40 मिनट 42 सेकेंड पीछे होने के संबंध में पूछताछ की गई थी।

सात आइएएस अधिकारियों को भी मुख्य गवाह बनाया गया

बतौर एडिशनल डीसीपी बैठक में विधायकों को बुलाने में एमएलए कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य विवेक यादव की भी अहम भूमिका थी। ज्ञात हो कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बदसलूकी व मारपीट मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अलावा 11 विधायकों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। 25 अगस्त को कोर्ट इस आरोप पत्र का संज्ञान लेगा। मामले में सात आइएएस अधिकारियों को भी मुख्य गवाह बनाया गया है। केजरीवाल के तत्कालीन सलाहकार रहे सेवानिवृत्त आइएएस वीके जैन को पुलिस ने मुख्य चश्मदीद गवाह बनाया है।

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