40 साल बाद इस हाल में मिला खूंखार डाकू, बचने की 'तरकीब' जानकर हो जाएंगे हैरान
राजस्थान पुलिस को 1980 से ही उसकी तलाश थी। इस अवधि में वह दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड बनकर पुलिस को चकमा देता रहा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। राजस्थान स्थित भरतपुर जिले के कुम्हेर का एक खूंखार डाकू नारायण सिंह 40 साल बाद पुलिस की पकड़ में आया है। इस अवधि में वह दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड बनकर पुलिस को चकमा देता रहा। पुलिस ने कुम्हेर से डाकू नारायण को गिरफ्तार किया है।
बताया गया है कि उसने 23 साल की उम्र में बंदूक थाम ली थी और डकैतों की गैंग में शामिल हो गया था। राजस्थान पुलिस को 1980 से ही उसकी तलाश थी। 40 साल बाद 60 वर्षीय नारायण पुलिस के हाथ लग पाया।
चंबल में डाकुओं का सफाया करने के लिए पुलिस द्वारा छेड़े गए अभियान के बाद से डाकू नारायण सिंह ने डकैती छोड़ दी थी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं लग पाया।
इस दौरान उसने दिल्ली में रहकर पुरातत्व विभाग में बतौर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी भी की। 170 और 80 के दशक में डाकू नारायण सिंह और उसकी गैंग का खौफ मध्य प्रदेश समेत राजस्थान के धौलपुर, भरतपुर और उत्तर प्रदेश में आगरा तक था।
पुलिस ने नारायण सिंह को आइपीसी की धारा 395 के तहत डकैती और 397 के तहत लूट और जानलेवा हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।