पैरोल जंप कर फरार चल रहा था सजायाफ्ता, एसटीएफ ने दिया लालच तो खुद पहुंच गया जेल, जानिए पूरा वाक्या

पुलिस ने सुधीर के भाई को बताया कि सुधीर ने जितने समय तक जेल में रहकर मजदूरी की थी उसके मेहनताना के एवज में डेढ़ लाख रुपये मिलेंगे। सुधीर के भाई ने उसे यह जानकारी दे दी। इसपर लालच में सुधीर खुद पैसे लेने ट्रेन से दिल्ली आ गया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 12:58 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 12:58 PM (IST)
पैरोल जंप कर फरार चल रहा था सजायाफ्ता, एसटीएफ ने दिया लालच तो खुद पहुंच गया जेल, जानिए पूरा वाक्या
अपहरण व दुष्कर्म के मामले में सजायाफ्ता पैरोल मिलने के बाद हो गया था फरार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अपहरण व दुष्कर्म के मामले में पैरोल जंप कर फरार चल रहे सजायाफ्ता को उत्तरी जिला एसटीएफ ने लालच देकर दिल्ली बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। मंडोली जेल का कर्मी बनकर पुलिस ने जेल में किए गए काम के एवज में डेढ़ लाख रुपये मेहनताना मिलने की बात कहकर दोषी को बिहार के पटना जिले से दिल्ली बुलाया था। डीसीपी उत्तरी जिला एंटो अल्फोंस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सजायाफ्ता का नाम सुधीर कुमार पासवान है। वह सत्य विहार, बुराड़ी का रहने वाला है।

बुराड़ी में अपहरण व दुष्कर्म के मामले में सुधीर कुमार पासवान को तीस हजारी स्थित अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुनीता राव की अदालत ने दस साल की सजा सुनाई थी। 2020 में पैरोल मिलने के बाद वह फरार हो गया था और बिहार में अलग-अलग शहरों में दिन काट रहा था। एसटीएफ ने सुधीर के भाई का फोन नंबर का पता लगा उससे संपर्क किया। मंडोली जेल का कर्मी बनकर पुलिस ने सुधीर के भाई को बताया कि सुधीर ने जितने समय तक जेल में रहकर मजदूरी की थी, उसके मेहनताना के एवज में डेढ़ लाख रुपये मिलेंगे। सुधीर के भाई ने उसे यह जानकारी दे दी। इसपर लालच में सुधीर खुद पैसे लेने ट्रेन से दिल्ली आ गया। दिल्ली आते ही पुलिस ने उसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।

उधर हत्या के दो मामलों में शामिल नीरज बवाना गिरोह के शूटर प्रदीप को क्राइम ब्रांच ने लोडेड सेमी आटोमेटिक पिस्टल व दो कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश देव के मुताबिक प्रदीप उर्फ लक्की उर्फ पिंटू मूलरूप से झज्जर का रहने वाला है। वह काफी समय से दिल्ली के मुंडका में छिपकर रह रहा था। नौ सितंबर को पुलिस को सूचना मिली कि प्रदीप अवैध हथियार के साथ किसी बदमाश से मिलने पंजाबी बाग मेट्रो स्टेशन के पास जाने वाला है। एसीपी संजीव कुमार, इंस्पेक्टर विनोद अहलावत, एसआइ प्रकाश, एएसआइ सतेंद्र, सिपाही विनीत, मोनू व अशोक की टीम ने उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ से पता चला कि वह पहले चोरी व झपटमारी करता था।

पहली बार पुलिस ने उसे 2018 में आ‌र्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार किया था। जेल में उसकी मुलाकात प्रवीण चहल, नवीन बाली व नीरज बवाना से हुई। वर्ष 2018 में जमानत पर बाहर आने के बाद उसने नीरज बवाना के कहने पर अमन विहार में किसी की हत्या की थी। इसके बाद 2020 में प्रदीप ने अपने भाई लोकेश के साथ मिलकर प्रेम नगर में एक युवक की हत्या की थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जुलाई में दोनों को कोर्ट से जमानत मिली थी।

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