प्रॉपर्टी सलाहकार कंपनी का दावा- एशिया का चौथा सबसे महंगा मार्केट है दिल्ली का यह बाजार

कनॉट प्लेस एशिया प्रशांत क्षेत्र का चौथा सबसे महंगा ऑफिस स्पेस मार्केट बन गया है। यहां ऑफिस स्पेस के किराये में इस वर्ष 1.4 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 30 May 2019 01:50 PM (IST) Updated:Thu, 30 May 2019 01:50 PM (IST)
प्रॉपर्टी सलाहकार कंपनी का दावा- एशिया का चौथा सबसे महंगा मार्केट है दिल्ली का यह बाजार
प्रॉपर्टी सलाहकार कंपनी का दावा- एशिया का चौथा सबसे महंगा मार्केट है दिल्ली का यह बाजार

नई दिल्ली, जेएनएन/प्रेट्र। दिल्ली का ‘दिल’ कहा जाने वाला कनॉट प्लेस एशिया प्रशांत क्षेत्र का चौथा सबसे महंगा ऑफिस स्पेस मार्केट बन गया है। यहां ऑफिस स्पेस के किराये में इस वर्ष जनवरी-मार्च के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 1.4 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है।

प्रॉपर्टी सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक ने बयान में कहा कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में हांगकांग में ऑफिस स्पेस का किराया सबसे ज्यादा है। उसके बाद टोक्यो और सिंगापुर का नाम आता है। मुंबई का बांद्रा कुर्ला कांप्लैक्स (बीकेसी) इस सूची में सातवें पायदान पर है। फर्म ने 2019 की पहली तिमाही के लिए एशिया--प्रशांत प्राइम कार्यालय किराया सूचकांक जारी किया है। यह फर्म एशिया के प्रमुख बाजारों में किराये के उतार- चढ़ाव पर नजर रखती है।

पिछले वर्ष जनवरी-मार्च में कनॉट प्लेस में ऑफिस स्पेस का औसत किराया 326 रुपये प्रति वर्गफुट था, जो इस वर्ष पहली तिमाही में बढ़कर 330 रुपये पर पहुंच गया। बेंगलुरु के सेंट्रल बिजनेस डिस्टिक्ट में ऑफिस के लिए जगह पिछले वर्ष जनवरी-मार्च में 107 रुपये प्रति वर्गफुट के हिसाब से मिल जाती थी, जो इस वर्ष समान अवधि में 17 फीसद बढ़कर 125 रुपये पर पहुंच गई है।

इसी तरह बीकेसी में ऑफिस स्पेस का मासिक किराया समीक्षाधीन अवधि में औसतन 300 रुपये प्रति वर्गफुट हो गया, जो पिछले वर्ष समान अवधि में 286 रुपये था।

सबसे महंगा बताने वाली रिपोर्ट पर उठे सवाल, सीपी के लोगों ने नकारा

कनॉट प्लेस को सबसे महंगा ऑफिस स्पेस मार्केट बताने वाली बहुराष्ट्रीय प्रॉपर्टी सलाहकार कंपनी की रिपोर्ट सवालों के घेरे में है। यहां के लोगों के मुताबिक रिपोर्ट में कनॉट प्लेस में किराया काफी महंगा दिखाया गया है, जो वास्तव में नहीं है। कनॉट प्लेस में आफिस प्रॉपर्टी का कारोबार करने वाली कंपनी रवि एसोसिएट के रवि शर्मा ने कहा कि रिपोर्ट में मौजूदा दर से काफी ज्यादा आफिस किराया दिखाया है, जो वास्तव में नहीं है।

यहां फिलवक्त 150 रुपये से 200 रुपये वर्गफुट में आराम से आफिस किराये पर मिल जा रहा है। विशेष परिस्थितियों में इसे थोड़ा और बढ़ाया जा सकता है, लेकिन 330 रुपये वर्ग फुट तो बिल्कुल नहीं है। वहीं, बहुराष्ट्रीय कंपनी के रिपोर्ट पर चौंकते हुए कनॉट प्लेस के कारोबार संगठन नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन (एनडीटीए) के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने कहा कि इतना तो रेट अभी नहीं है। हालांकि, उन्होंने पूरी रिपोर्ट पढ़ने के बाद प्रतिक्रिया देने की बात कही।

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