बवाना विस उपचुनाव: पिछले चुनाव के मुकाबले यहां मजबूत हुआ पंजा, जानिए क्‍यों

इसमें एक अहम यह है कि इस सीट पर पहले के मुकाबले कांग्रेस मजबूत हुई है। हालांकि, नतीजों में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 29 Aug 2017 11:13 AM (IST) Updated:Tue, 29 Aug 2017 11:13 AM (IST)
बवाना विस उपचुनाव: पिछले चुनाव के मुकाबले यहां मजबूत हुआ पंजा, जानिए क्‍यों
बवाना विस उपचुनाव: पिछले चुनाव के मुकाबले यहां मजबूत हुआ पंजा, जानिए क्‍यों

नई दिल्‍ली [ संजय सलिल ] । बवाना विधानसभा उपचुनाव का मुकाबला कांटे का और बेहद दिलचस्‍प रहा। इस चुनाव में तीन प्रमुख दलों के अलावा समाजवादी पार्टी समेत कुल आठ उम्मीदवार मैदान में थे। निश्चित रूप से इस चुनाव में आम आदमी पाटी की जीत हुई। लेकिन यह चुनाव कई और संकेत भी छोड़ गया। इसमें एक अहम यह है कि इस सीट पर पहले के मुकाबले कांग्रेस मजबूत हुई है। हालांकि, नतीजों में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही। लेकिन 28 राउंड के मतगणना में वह 22 राउंड तक भाजपा से आगे रही। शुरुआती चरण में तो कांग्रेस बढ़त के साथ नंबर एक पर थी।

भाजपा व कांग्रेस के बीच नंबर दो और तीन के लिए अंत तक संघर्ष चलता रहा। महज नंबर दो और तीन के बीच 3915 मतों का अंतर रहा। इसके अतिरिक्‍त गत चुनाव पर नजर दौड़ाए तो कांग्रेस को कुल 14749 वोट ही मिले थे और भाजपा से 43622 मतों से पीछे रही थी। जाहिर है कि पिछले चुनाव के मुकाबले इस इलाके में कांग्रेस की स्थिति मजबूत हुई है।

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क्‍या कहते हैं रुझान 

मतगणना के रुझानों से जाहिर है कि ग्रामीण इलाके में कांग्रेस को मजबूती मिली, लेकिन अनधिकृत व जेजे कॉलोनियों के मतदाताओं ने आप के समर्थन में जमकर वोटिंग की। खास बात यह रही कि भाजपा को शहरी क्षेत्रों के अलावा गांवों व कॉलोनियों के मतदाताओं ने भी पसंद किया। इसलिए मतगणना के दौरान लगातार तीसरे नंबर पर चल रही भाजपा आखिरी में दूसरे स्थान पर आने में सफल रही। बवाना सीट के लिए 23 अगस्त को उपचुनाव हुआ था। कुल 294589 वोटों में सिर्फ 45 फीसद वोटिंग हुई थी।

राजौरी में पस्‍त, बवाना में मिली जीत

राजौरी गार्डन उपचुनाव के बाद दिल्ली नगर निगम चुनाव में शिकस्त खाई आम आदमी पार्टी बवाना सीट बचाने में कामयाब रही। इस विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रामचंद्र ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी वेदप्रकाश को 24052 मतों से करारी शिकस्त दी। वहीं, तीन बार विधायक रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार तीसरे नंबर पर रहे।

भाजपा के लिए अहम थाा 22वां राउंड 

उपचुनाव में पड़े कुल मतों की 28 राउंड में गिनती हुई। शुरुआती दौर के 11 राउंड में कांग्रेस ने बढ़त बनाए रखी, लेकिन 12वें राउंड से आप ने बढ़त हासिल कर ली और आखिरी राउंड तक कांग्रेस व भाजपा को पीछे छोड़ती चली गई। वहीं, 22वें राउंड के बाद भाजपा ने कांग्रेस को पीछे छोड़कर अपनी उखड़ती सांसों को स्थिर किया।

इसलिए कराना पड़ा था उपचुनाव

वर्ष 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में बवाना सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रहे वेदप्रकाश ने भारी मतों के अंतर से भाजपा को पराजित किया था। लेकिन, नगर निगम चुनाव से पूर्व ही वह विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। इसलिए उपचुनाव कराना पड़ा।

तीन प्रमुख प्रत्याशियों को मिले मत

प्रत्‍याशी : पार्टी :  मिले मत

1- रामचंद्र : आप :  : 59886
2- वेद प्रकाश : भाजपा : 35834
3- सुरेंद्र कुमार : कांग्रेस : 31919
4- नोटा :  1413

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