61वीं सुब्रतो कप अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट के समापन समारोह में छात्राओं ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति

गाजियाबाद हिंडन एयरफोर्स स्कूल की प्रिंसिपल शालिनी उपाध्याय के निर्देशन में छात्राओं ने विभिन्न राज्यों के परिधानों में सुसज्जित होकर कार्यक्रमों की रोचक प्रस्तुति दी। जम्मू और कश्मीर उत्तराखंड अरुणाचल प्रदेश बंगाल उड़ीसा केरल गोवा राजस्थान और पंजाब के लोक व पारंपरिक परिधानों ने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Sep 2022 11:34 PM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2022 11:34 PM (IST)
61वीं सुब्रतो कप अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट  के समापन समारोह में  छात्राओं ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
स्टेडियम परिसर में अंडर 17 जूनियर लड़कियों का फाइनल मैच दिल्ली गेट मणिपुर बनाम झारखंड के बीच खेला गया।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली के डॉ बी आर अंबेडकर स्टेडियम में 61वीं सुब्रतो कप अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट के समापन समारोह में गाजियाबाद हिंडन एयरफोर्स स्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। हिंडन एयरफोर्स स्कूल से करीब 120 छात्राओं ने नौ ग्रुपों में कल्चरल प्रोग्राम प्रस्तुत किए। वायु सेना स्कूल हिंडन द्वारा आयोजित समापन समारोह सांस्कृतिक कार्यक्रम की थीम एक भारत श्रेष्ठ भारत पर आधारित था।

गाजियाबाद हिंडन एयरफोर्स स्कूल की प्रिंसिपल शालिनी उपाध्याय के निर्देशन में छात्राओं ने विभिन्न राज्यों के परिधानों में सुसज्जित होकर कार्यक्रमों की रोचक प्रस्तुति दी। जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, बंगाल, उड़ीसा, केरल, गोवा, राजस्थान और पंजाब के लोक व पारंपरिक परिधानों ने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया।

खिलाड़ियों का किया उत्साहवर्धन

स्टेडियम परिसर में अंडर 17 जूनियर लड़कियों का फाइनल मैच दिल्ली गेट मणिपुर बनाम झारखंड के बीच खेला गया। जिसमें विजेता टीम का सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भव्य स्वागत किया गया। सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में देशभर के स्कूलों से खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में साक्षी मलिक ने हिस्सा लिया और अपने संबोधन में बेटियों का उत्साहवर्धन किया।

क्या है सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट

दरअसल, सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय अंतर-विद्यालय फुटबॉल टूर्नामेंट है जो नई दिल्ली, भारत में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल सुब्रतो मुखर्जी के नाम पर, यह एक वार्षिक कार्यक्रम है जो 1960 में शुरू हुआ था। एशिया भर के विभिन्न देशों के छात्र इस टूर्नामेंट में भाग लेते हैं, जिससे यह स्कूल स्तर की अधिक उल्लेखनीय फुटबॉल प्रतियोगिताओं में से एक बन जाता है।

सुब्रतो मुखर्जी ने 1958 में इस विचार की कल्पना की थी जब वे वायु सेना प्रमुख थे।

सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्ट्स एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना 1960 में टोक्यो में उनकी असामयिक मृत्यु के बाद हुई थी। पहला टूर्नामेंट 1960 में आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग 50 स्कूल टीमों ने भाग लिया था। 1998 से, टूर्नामेंट दो आयु समूहों, सब-जूनियर (14 वर्ष से कम) और जूनियर (17 वर्ष से कम) में खेला जाता है। मध्यमग्राम हाई स्कूल, पश्चिम बंगाल के पास इस टूर्नामेंट (U17) को सबसे अधिक बार (7) जीतने का रिकॉर्ड है, जिसमें 1981 से 1983 तक खिताबों की हैट्रिक शामिल है।

 खिलाड़ियों के लिए छात्रवृत्ति का प्रविधान

बता दें कि प्रख्यात फुटबॉलरों की एक चयन समिति छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए प्रत्येक श्रेणी में 25 उत्कृष्ट खिलाड़ियों का चयन करेगी। चुने गए सभी खिलाड़ियों को जूनियर बॉयज और जूनियर गर्ल्स कैटेगरी में 25 हजार रुपये की स्कॉलरशिप (एकमुश्त अनुदान) और सब-जूनियर बॉयज कैटेगरी के लिए 15 हजार रुपये की छात्रवृत्ति का प्रविधान है। कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त स्टाफ ने अपना सहयोग दिया। सभी आंगतुकों का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किया गया।

chat bot
आपका साथी