SC के निर्णय के बाद राफेल मुद्दे पर घिरी कांग्रेस, BJP ने राहुल के खिलाफ किया प्रदर्शन

केंद्रीय मंत्री विजय गोयल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में जबरदस्त प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के राफेल सौदे को लेकर गलतबयानी पर माफी की भी मांग की।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 15 Dec 2018 12:33 PM (IST) Updated:Sat, 15 Dec 2018 02:56 PM (IST)
SC के निर्णय के बाद राफेल मुद्दे पर घिरी कांग्रेस, BJP ने राहुल के खिलाफ किया प्रदर्शन
SC के निर्णय के बाद राफेल मुद्दे पर घिरी कांग्रेस, BJP ने राहुल के खिलाफ किया प्रदर्शन

नई दिल्ली, जेएनएन। सुप्रीम कोर्ट से राफेल डील पर मिली राहत के बाद केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर चौतरफा हमला बोल दिया है। शनिवार को केंद्रीय राज्यमंत्री विजय गोयल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने रोष मार्च निकाला और कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य नेताओं से माफी मांगने की मांग की।

शनिवार दोपहर कार्यकर्ता अशोक रोड स्थित गोयल के निवास स्थान के बाहर इकट्ठे हुए। वहां से मोटर साइकिल पर सवार होकर नारेबाजी करते हुए कांग्रेस मुख्यालय के पास पहुंचे। यहां उन्होंने जमकर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। गोयल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद में साफ कहा है कि मोदी सरकार के फैसले में कोई अनियमितता नहीं मिली है।

अदालत ने इससे संबंधित सारी याचिकाएं खारिज कर दी है। कांग्रेस और राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार को बदनाम कर रहे थे। सच तो यह है कि चौकीदार की लोकप्रियता से घबराकर कांग्रेस झूठ बोल रही है। अब कांग्रेस व कांग्रेस अध्यक्ष सेना और देश से माफी मांगें। सरकार संसद में राफेल पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल चर्चा से भाग रहे हैं।

इस मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की विपक्ष की मांग सिर्फ जनता को गुमराह करने के लिए है। पहले कांग्रेस व अन्य पार्टियों ने ईवीएम को मुद्दा बनाया था। अब उन्हें देश की न्यायपालिका पर भी भरोसा नहीं है। इस तरह की अवसरवादी राजनीति संसदीय लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। इसलिए कांग्रेस व अन्य पार्टियों को अपने रवैये में बदलाव करना चाहिए।

गौरतलब है कि राफेल मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले में प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने बृहस्पतिवार को कहा कि वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमानों की जरूरत है। तीन सदस्यीय पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा कि लड़ाकू विमानों की खरीद की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं है। शीर्ष न्यायालय ने कहा कि कीमतों के तुलनात्मक विवरण पर फैसला लेना अदालत का काम नहीं है। कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि राफेल विमान खरीददारी प्रक्रिया में किसी प्रकार का संदेश नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही कोर्ट ने राफेल से जुड़ी सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है।

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