दिल्‍ली के बवाना विस उपचुनाव में AAP की बड़ी जीत, BJP दूसरे स्‍थान पर

बवाना विधानसभा सीट पर 23 अगस्त को होने वाला उपचुनाव को अरविंद केजरीवाल सरकार के कामकाज की अग्नि परीक्षा के रूप में देखा जा रहा था।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Mon, 28 Aug 2017 09:00 AM (IST) Updated:Mon, 28 Aug 2017 01:51 PM (IST)
दिल्‍ली के बवाना विस उपचुनाव में AAP की बड़ी जीत, BJP दूसरे स्‍थान पर
दिल्‍ली के बवाना विस उपचुनाव में AAP की बड़ी जीत, BJP दूसरे स्‍थान पर

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने बवाना उपचुनाव में जीत हासिल की है। इस जीत के साथ पार्टी ने अपनी सीट बरकरार रखी है। 23 अगस्त को हुए चुनाव में AAP के उम्मीदवार राम चंद्र ने 24052 मतों भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को पटखनी दी है। वहीं, कांग्रेस को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा है।

#FLASH AAP candidate Ram Chander wins #BawanaByPoll, defeats BJP's Ved Prakash by 24052 votes #Delhi pic.twitter.com/1HJfA9pCGK

— ANI (@ANI) August 28, 2017

वहीं, 22वें राउंड के बाद भारी बढ़त को देखते हुए आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राम चंद्र की जीत तय मानी जा रही थी, लेकिन शुरुआत में बढ़त बनाने वाली कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार काफी पिछड़ गए। भाजपा के लिए सुकून की बात है कि उसके उम्मीदवार वेद प्रकाश दूसरे स्थान पर आ गए। 28वें व अंतिम राउंड की मतगणना खत्म होने के बाद जो आंकड़ा जारी हुआ, उसके मुताबिक, AAP के उम्मीदवार रामचंद्र को 59886, भाजपा के उम्मीदवार वेद प्रकाश को 35834 और कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार को 31919 मत मिले हैं।

#BawanaByPoll results: AAP's Ram Chander gets 59886 votes, BJP's Ved Prakash gets 35834 votes and Congress's Surender Kumar gets 31919 votes

— ANI (@ANI) August 28, 2017

वहीं, दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस हार की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि हमें यह सीट जीतनी चाहिए थी, लेकिन नहीं जीत पाए। इस हार की समीक्षा की जाएगी।   

28वें राउंड के बाद 

आप- 59886

भाजपा- 35834

कांग्रेस- 31919

इससे पहले सोमवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे वोटों की गिनती का काम शुरू हुआ। बवाना में भाजपा के वेदप्रकाश, आम आदमी पार्टी के रामचंद्र और कांग्रेस की ओर से सुरेंद्र कुमार मैदान में थे। गुरमीत राम रहीम को सोमवार को सजा सुनाई जानी है। ऐसे में मतगणना के दौरान सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया गया था।

कहीं कोई उपद्रवी खराब माहौल का फायदा उठा कर मतगणना को प्रभावित करने का प्रयास न करे इसे देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर बड़े पैमाने पर सुरक्षा कर्मियों को नियुक्त किया था। वहीं, आवश्यकता पड़ने पर बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स भी बुलायी जा सकती थी। राजधानी में धारा-144 पहले से ही लागू है।

यह भी पढ़ेंः बवाना उपचुनाव: नतीजे तय करेंगे भाजपा-AAP व कांग्रेस की भविष्य की राजनीति

बवाना विधानसभा से पहले वेदप्रकाश आम आदमी पार्टी के विधायक थे जो बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे इसी कारण यहां दोबारा चुनाव कराना पड़ा। उपचुनाव के लिए 23 अगस्त को मतदान हुआ था। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर पूरी मतगणना प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिग भी कराई गई है।

यदि कोई प्रत्याशी मतगणना की प्रक्रिया या परिणामों पर सवाल उठाता है तो उसे निर्धारित प्रक्रिया के तहत विडियो रिकॉर्डिंग भी दिखायी जा सकती है।

सिर्फ 45 फीसद हुआ है मतदान

कम वोटिंग के चलते बवाना विधानसभा सीट पर उपचुनाव काफी दिलचस्प हो गया। बवाना में 2.94 लाख से अधिक मतदाता हैं। बावजूद इसके 23 अगस्त को आधे से भी कम यानी महज 45 फीसदी लोगों ने ही मतदान किया था। 

chat bot
आपका साथी