2014 में की थी BJP नेता की सनसनीखेज हत्या, आतंक का पर्याय बन चुके बलराज का यूं हुआ अंत

कुख्यात बदमाश बलराज भाटी को एसटीएफ गुरुग्राम और नोएडा ने मुठभेड़ में मार गिराया है।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 23 Apr 2018 12:46 PM (IST) Updated:Tue, 24 Apr 2018 10:42 AM (IST)
2014 में की थी BJP नेता की सनसनीखेज हत्या, आतंक का पर्याय बन चुके बलराज का यूं हुआ अंत
2014 में की थी BJP नेता की सनसनीखेज हत्या, आतंक का पर्याय बन चुके बलराज का यूं हुआ अंत

नोएडा (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान पुलिस की आंख की किरकिरी बने कुख्यात बदमाश बलराज भाटी को यूपी एसटीएफ और हरियाणा एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया है। जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि बलराज भाटी अपने कुछ साथियों के साथ नोएडा सेक्टर-49 के आगाहपुर गांव में स्थित बीकानेर स्वीट शॉप में  बैठा हुआ है। सूचना पर कई महीनों से ताक में बैठी यूपी एसटीएफ और हरियाणा एसटीएफ की एक टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस को देखते ही बलराज शॉप के पीछे बने अहाते की तरफ भागने लगा। भागने के दौरान उसने फायरिंग की जिसके बाद पुलिस ने उस पर गोली चला दी।

पुलिस के मुताबिक, फायरिंग में बलराज की मौके पर ही मौत हो गई। मुठभेड़ में हरियाणा पुलिस का एक कर्मी भी घायल हुआ है, वहीं इसके दो साथी मौके से फरार हो गए। बलराज के पास से 9 एमएम की एक पिस्टल बरामद की गई है।

यह जानकारी भी सामने आई है कि मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से करीब 80 राउंड फायरिंग हुई। मारा गया ईनामी बलराज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाश सुंदर गैग शातिर सदस्य था। बलराज गैंगस्टर सुंदर भाटी का  खास आदमी था। बलराज यूपी में हुई कई बड़ी वारदातों में भी शामिल था।

गैंगस्टर सुंदर भाटी का दाहिना हाथ कहा जाने वाला बलराज दिल्ली-एसनसीआर में आतंक का पर्याय बन चुका था, साथ ही लोगों के साथ ही पुलिस के लिए भी बड़ा सिरदर्द बन चुका था।

बलराज कितना बड़ा कुख्यात बदमाश था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब जून 2014 में बलराज ने दादरी में भाजपा नेता विजय पंडित की हत्या कर दी थी। जिसके बाद से बलराज पर पुलिस ने ईनाम घोषित कर दिया था।

बलराज भाटी इस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा बदमाश था, जो जेल से बाहर था। आइजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि पिछले तीन माह से एसटीएफ बलराज भाटी की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था।

करीब एक साल पहले गुरुग्राम के खांडसा गांव में फरीदाबाद व गुरुग्राम पुलिस से बलराज भाटी की मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान बलराज गोली चलाकर मकान के पिछले दरवाजे से भाग निकला था।

बलराज के कारनामों के चलते फरीदाबाद पुलिस ने एक महीने पहले ही उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। यहां वह शशि गुर्जर और उसके भाई की हत्या में वांछित था बलराज। फरीदाबाद पुलिस भी इसकी तलाश में थी।

पुलिस में था बलराज

मूलरूप से धूसरी जिला बुलंदशहर यूपी निवासी बलराज दिल्ली पुलिस में सिपाही था। नौकरी में रहते हुए हत्या के एक मामले में आरोपी बना था। जिसके बाद उसकी नौकरी चली गई थी। उस वारदात के बाद बलराज अपराध की दुनिया में आ गया। उसे कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी का दाहिना अंग माना जाता था। सुंदर जेल में है, लेकिन उसके गैंग को बलराज ही चला रहा था।

सुपारी लेकर करते थे हत्या

सुपारी लेकर हत्या कराना बदमाश बलराज भाटी का मुख्य काम बन चुका था। उसे दिल्ली, यूपी, हरियाणा पुलिस ने इनामी घोषित कर रखा था। कुलमिलाकर उस पर दो लाख रुपये का इनाम था।  

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