कोरोना के खिलाफ जंग में एम्‍स की बड़ी पहल, राष्ट्रीय टेलीकंसलटेशन सेंटर शुरू, जानिए फायदे

किसी भी अस्पताल में भर्ती कोरोना के मरीज की हालत गंभीर होने पर टेलीकंसलटेशन सेंटर में कॉल या वीडियो कॉल करके एम्स के डॉक्टरों से सलाह लेकर इलाज कर पाएंगे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 28 Mar 2020 09:54 PM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2020 09:54 PM (IST)
कोरोना के खिलाफ जंग में एम्‍स की बड़ी पहल, राष्ट्रीय टेलीकंसलटेशन सेंटर शुरू, जानिए फायदे
कोरोना के खिलाफ जंग में एम्‍स की बड़ी पहल, राष्ट्रीय टेलीकंसलटेशन सेंटर शुरू, जानिए फायदे

नई दिल्ली (रणविजय सिंह)। कोरोना के खतरे से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी चल रही है। अस्पतालों में वेंटिलेटर व आइसोलेशन बेड बढ़ाए जा रहे हैं। इसी क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की पहल पर एम्स में कोविड-19 राष्ट्रीय टेलीकंसलटेशन सेंटर बनाया गया है। शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इसका शुभारंभ किया। इस दौरान एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया भी मौजूद थे। सोमवार से यह सेंटर कार्यरत हो जाएगा।

किसी भी मरीज की हालत खराब होने पर होगा संपर्क

देश के किसी भी अस्पताल में भर्ती कोरोना के मरीज की हालत गंभीर होने पर संबंधित अस्पताल के डॉक्टर इस टेलीकंसलटेशन सेंटर में कॉल या वीडियो कॉल करके एम्स के डॉक्टरों से सलाह लेकर इलाज कर पाएंगे। एम्स के डॉक्टर इस सेंटर में बैठकर देश भर के अस्पतालों के डॉक्टरों को बताएंगे कि मरीज की हालत बिगडने पर उसे कैसे संभाला जा सकता है।

24 घंटे करेगा काम

डॉक्टर व्हाट्सएप, स्काइप व गूगल डुओ के माध्यम से वीडियो कॉल करें या फिर फोन करके भी एम्स के डॉक्टरों से परामर्श ले सकेंगे। वैसे तो यह सेंटर 24 घंटे कार्यरत होगा लेकिन शुरुआत में 12 घंटे इसका संचालन होगा। इसके लिए सुबह आठ से रात आठ बजे तक का समय निर्धारित रहेगा। बाद में पूरे 24 घंटे यह सेवा उपलब्ध होगी।

कई विभागों के विशेषज्ञ दे सकेंगे परामर्श

एम्स के मेडिसिन, पल्मोनरी मेडिसिन, क्रिटिकल केयर (एनेस्थीसिया) , संक्रामक रोग सहित कई विभागों के विशेषज्ञ परामर्श दे सकेंगे। यह यह राष्ट्रीय कमांड के रूप में कार्य करेगा। इसके लिए बकायदा एक हेल्पाइन नंबर (9115444155) भी जारी किया गया है। एम्स की प्रवक्ता डॉ आरती विज ने कहा कि देश विदेश के किसी भी अस्तपाल से इस नंबर पर कॉल किया जा सकेगा। इस नंबर से सेंटर में छह लाइनें जुडी हैं।

कॉल रिसीव करने के लिए नियुक्‍त होंगे प्रबंधक

कॉल उठाने के लिए सेंटर में प्रबंधक नियुक्त किए गए हैं। एक साथ छह कॉल लिए जा सकेंगे। जरूरत पडने पर इसे बढ़ाया भी जाएगा। कॉल करने वाले डॉक्टर की जरूरत व सुविधा के अनुसार प्रबंधक एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टर से बात कराएंगे। ऑडिया वीडियो के अलावा टेक्सट मैसेज से बातचीत की जा सकेगी।

राष्ट्रीय मेडिकल कॉलेज नेटवर्क से भी जुडा है यह सेंटर

एम्स का यह सेंटर राष्ट्रीय मेडिकल कॉलेज नेटवर्क से भी जुडा है। इस नेटवर्क से देश भर के 50 बडे मेडिकल कॉलेज जुडे हैं। इस नेटवर्क के माध्यम से भी इन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर जरूरत पडने पर राष्ट्रीय टेलीकंसलटेशन सेंटर से जुड सकते हैं।

सार्क देशों के अस्पताल भी उठा सकेंगे लाभ

एम्स के प्रोफेसर डॉ अंबुज रॉय ने कहा कि जरूरत पड़ने पर सार्क देशों के अस्पतालों के डॉक्टर भी राष्ट्रीय टेलीकंसलटेशन सेंटर में संपर्क कर मरीजों के इलाज में लाभ उठा सकते हैं।

डॉक्टरों व नर्सों को प्रशिक्षण देगा एम्स

मंत्रालय ने एम्स को देश भी के डॉक्टरों व नर्सों को प्रशिक्षण करने की जिम्मेदारी भी एम्स को दी है। एम्स के डॉक्टर वेविनार के माध्यम से डॉक्टरों व नर्सों को कोरोना पीडितों व संदिग्ध मरीजो की देखभाल का प्रशिक्षण देंगे। वेविनार संचार का एक ऑनलाइन पद्धति है, इसके माध्यम से पांच से सात दिन में डॉक्टरों व नर्सिग कर्मचारियों के प्रशिक्षण का काम पूरा हो जाएगा।

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