DU admission 2021-22: दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला इस साल भी मेरिट के आधार पर ही होगा : कार्यवाहक VC पीसी जोशी

DU admission 2021-22 दाखिले को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय का यह मत है कि छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य एवं सुरक्षा बहुत ही जरूरी है। विवि अब सीबीएसई के परीक्षा परिणाम जारी करने के तरीके का इंतजार करेगा। इसके बाद ही दाखिल प्रक्रिया को लेकर निर्णय लिया जाएगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 11:10 AM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 11:10 AM (IST)
DU admission 2021-22: दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला इस साल भी मेरिट के आधार पर ही होगा : कार्यवाहक VC पीसी जोशी
DU admission 2021-22: दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला इस साल भी मेरिट के आधार पर होगा : कार्यवाहक VC पीसी जोशी

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय ने सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं रद करने के निर्णय से सहमति जताई है। डीयू दाखिला विभाग के चेयरपर्सन प्रो राजीव गुप्ता ने कहा कि हम भारत सरकार द्वारा सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा रद करने के निर्णय का पूरा समर्थन करते हैं। विवि का यह मत है कि छात्र का स्वास्थ्य एवं सुरक्षा बहुत ही जरूरी है। विवि अब सीबीएसई के परीक्षा परिणाम जारी करने के तरीके का इंतजार करेगा। इस बाबत डीयू के कार्यवाहक VC पीसी जोशी ने कहा है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला इस साल भी मेरिट के आधार पर ही होगा।

बकौल प्रो राजीव गुप्ता, डीयू दाखिले के लिए पूरी तरह तैयार है। हालांकि अभी यह देखना होगा कि सीबीएसई परीक्षा परिणाम कैसे जारी करता है। चूंकि अब परीक्षाएं होंगी नहीं। ऐसे में परिणाम जारी करने का तरीका क्या होगा, यह देखना होगा। जिसके बाद ही डीयू दाखिले को लेकर कोई ठोस निर्णय ले पाएगा।

केंद्रीय विश्वविद्यालयों में इस बार सेंट्रल यूनिवर्सिटी कामन एंट्रेस टेस्ट के जरिए दाखिले होने थे। जिसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को दी गई है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते जो परिस्थितियां उपजी हैं उसमें सीयूसेट से दाखिला फिलहाल संभव नहीं लगता।

प्रो राजीव गुप्ता कहते हैं कि सीबीएसई के अलावा अन्य राज्यों के बोर्ड के परिणाम का हमें इंतजार रहता है। यदि सीयूसेट के माध्यम से दाखिला नहीं होता है डीयू पूर्व की भांति ही स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला की प्रक्रिया को अंजाम देगा।

वहीं छात्र संगठनों ने परीक्षा रद करने के निर्णय का स्वागत किया है। एनएसयूआइ ने बयान जारी कर कहा कि संगठन लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था। वहीं क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाइएस) ने कहा कि देश कोरोना से जूझ रहा है। कई राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है। छात्र व अभिभावक भी परीक्षा रद करने की मांग कर रहे थे।

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