वेटलैंड से साफ होकर युमुना में जाएगा नाले-सीवर का पानी

अरविद कुमार द्विवेदी दक्षिणी दिल्ली सराय कालेखां के पास यमुना नदी के किनारे दिल्ली का सातवां

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Dec 2020 07:47 PM (IST) Updated:Wed, 23 Dec 2020 09:14 PM (IST)
वेटलैंड से साफ होकर युमुना में जाएगा नाले-सीवर का पानी
वेटलैंड से साफ होकर युमुना में जाएगा नाले-सीवर का पानी

अरविद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली

सराय कालेखां के पास यमुना नदी के किनारे दिल्ली का सातवां बायो डायवर्सिटी पार्क बनाया जा रहा है। इस पार्क में नाले के पानी को प्राकृतिक रूप से साफ करके यमुना नदी तक पहुंचाने की भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए यहां कुल 12 वेटलैंड बनाए गए हैं। बायो डायवर्सिटी पार्क पूरी तरह से तैयार हो जाएगा तो इससे दक्षिणी दिल्ली के करीब 25 नालों व सीवर के पानी को साफ करके यमुना तक पहुंचाया जा सकेगा। इस पार्क में शैक्षिक भ्रमण की भी व्यवस्था की जाएगी। पानी साफ करने के लिए यहां पर अलग-अलग चैनल बनाए गए हैं। शुक्रवार से यहां बटला हाउस, जाकिर नगर, खिजराबाद, तैमूर नगर आदि इलाकों से आने वाले नालों के पानी की सफाई शुरू हो गई है। नाले व सीवर के पानी को साफ करने की यह प्रक्रिया पूरी तरह प्राकृतिक है। इसमें न तो बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है और न ही कोई मशीन। दिल्ली विकास प्राधिकारण का यह बायो डायवर्सिटी पार्क दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंटर फार एनवायरमेंटल मैनेजमेंट आफ डिग्रेडेड ईकोसिस्टम्स के हेड प्रोफेसर सीआर बाबू के नेतृत्व में बनवाया जा रहा है।

वेटलैंड में लगाए 25 तरह के जलीय पौधे

गंदे पानी को साफ करने के लिए पानी को तीन चैनलों से गुजारा जाता है। सबसे पहले चैनल में लगी जाली से छनकर पानी आक्सीडेशन पौंड में पहुंचता है। जाली के कारण पानी से पालिथिन, प्लास्टिक की बोतल समेत सारा कचरा निकल जाता है। आक्सीडेशन चैनल का पानी पत्थरों के बीच से रिसकर फिल्टरेशन पौंड में पहुंचता है। यहां तक आते-आते पानी काफी साफ हो जाता है। फिल्टरेशन पौंड में पानी को और साफ करने के लिए वेटलैंड में टाइफा, फ्रेगमाइटिस, साइप्रस, आइपोमिया, अल्ट्रानाइमिया समेत 25 तरह के जलीय पौधे लगाए गए हैं। ये पौधे पानी में मौजूद हानिकारक तत्वों को अवशोषित कर लेते हैं और पानी में आक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं। चैनल से निकलकर पानी वेटलैंड होते हुए यमुना तक पहुंचता है। यहां पर एक रिग वेटलैंड भी बनाया गया है। इसके अंदर एक बड़ा आइलैंड और कई छोटे-छोटे वेटलैंड बनाए गए हैं। लगाए जाएंगे एक लाख पौधे

पार्क के इंचार्ज यासिर अराफात ने बताया कि इस पार्क में देशज प्रजाति के एक लाख पौधे लगाए जाने हैं। अभी 25 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं। हरियाली बढ़ने से पार्क में करीब 100 प्रजातियों के नए पक्षी आ चुके हैं। पानी साफ होगा तो यमुना से लुप्त हो चुकी मछलियां भी फिर से आएंगी। यासिर ने बताया कि अभी एक वेटलैंड से पानी की सफाई शुरू हो गई है। शेष 11 वेटलैंड का भी लगभग 50 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। छह माह में ये सब भी काम करना शुरू कर देंगे। तब महारानी बाग नाले समेत कुल 25 बड़े नालों का पानी भी साफ होकर यमुना में जाएगा।

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