15 अगस्त से लग जाएगा 'एस्प्रिन-डिस्प्रिन' पर बैन

राजधानी में इस वर्ष डेंगू-मलेरिया के बढ़ते खतरे को देखते दिल्ली सरकार ने 15 अगस्त से एस्प्रिन, डिस्प्रिन, ब्रूफेन व वोब्ररॉन जैसी दवाइयों की खुले तौर पर बिक्री प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।

By JP YadavEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2015 08:13 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2015 09:15 AM (IST)
15 अगस्त से लग जाएगा 'एस्प्रिन-डिस्प्रिन' पर बैन

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी में इस वर्ष डेंगू-मलेरिया के बढ़ते खतरे को देखते दिल्ली सरकार ने 15 अगस्त से एस्प्रिन, डिस्प्रिन, ब्रूफेन व वोब्ररॉन जैसी दवाइयों की खुले तौर पर बिक्री प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।

मेडिकल स्टोर से इन दवाइयों की खरीद के लिए मरीज को डॉक्टर की पर्ची दिखाना अनिवार्य होगा। बारिश की दस्तक के साथ डेंगू मच्छरों की शुरू हो चुकी उत्पत्ति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने यह फैसला लिया है।

दिल्ली सरकार के फैसले के अनुसार एनएचएआइडी, नॉनस्टेरायॅडल एंटी इनफ्लामेटरी ड्रग्स के अंतर्गत आने वाली अधिकांश दवाइयां 15 अगस्त से 30 नवंबर तक केमिस्ट की दुकान से सीधे तौर पर कोई भी नहीं खरीद पाएगा।

दवा के लिए डॉक्टर की पर्ची दिखाना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक की। बैठक में विभिन्न दवा एजेंसियों, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक आदि भी शामिल थे।

स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि डेंगू का खतरा बढ़ने का एक बड़ा कारण यह भी सामने आया है कि इस मौसम में बुखार आने पर अधिकतर लोग सीधे तौर पर एस्प्रिन, डिस्प्रिन, ब्रूफेन, वोब्ररान जैसी दवाएं मेडिकल स्टोर से खरीदकर खा लेते हैं, जबकि डेंगू के मामलों में ये दवाएं फायदा करने की बजाय नुकसान पहुंचाती हैं।

ऐसे में इन दवाओं को डेंगू के पीक समय में रोक लगा देना बेहतर है ताकि बुखार आने पर लोग डॉक्टर को दिखाएं या किसी अस्पताल जाएं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी।

बच्चों को दिया जाएगा होमवर्क

डेंगू से संबंधित प्रोजेक्ट बनाने के लिए स्कूली बच्चों को होमवर्क दिया जाएगा और उन्हें डेंगू के एडीज मच्छर का जीवन चक्र बनाने का कार्य दिया जाएगा। इसके अलावा खुद के घर के अलावा अपने 10 पड़ोसियों के घर की जांच का जिम्मा भी स्कूली बच्चों को दिया जाएगा।

डोर टू डोर जाएंगे वालंटियर्स

डेंगू के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए डेंगू ब्रीडिंग चेकर्स के अलावा वालंटियर्स भी घर-घर जाकर लोगों को सावधानियां बताएंगे। इसके अलावा अस्पतालों में डेंगू की रोकथाम के लिए अतिरिक्त स्टॉफ की व्यवस्था की जाएगी।

chat bot
आपका साथी