नेत्र करेगा गणतंत्र दिवस परेड की निगरानी
नई दिल्ली, आइएएनएस: गणतंत्र दिवस की परेड इस बार कुछ खास होगी। पहली बार आसियान राष्ट्राध्यक्ष इसमें
नई दिल्ली, आइएएनएस: गणतंत्र दिवस की परेड इस बार कुछ खास होगी। पहली बार आसियान राष्ट्राध्यक्ष इसमें शिरकत करने आ रहे हैं और पहली बार ही भारत का अपना हवाई निगरानी तंत्र परेड की देखरेख करेगा।
पहली बार नेत्र (एयर बोर्न अर्ली वार्निग एंड कंट्रोल सिस्टम) राजपथ के ऊपर उड़ान भरेगा। यह ब्राजील के हेलीकॉफ्टर पर होगा। दो सुखोई-30 लड़ाकू विमान इसके साथ रहेंगे। फ्लाई पास्ट में पांच मिग 17 वी 5 हेलीकाफ्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पहले में भारत का अपना ध्वज होगा तो दूसरे में आसियान देशों का झंडा होगा। बाकी हेलीकाफ्टरों में तीनों सेनाओं के ध्वज होंगे। फ्लाई पास्ट में कुल 38 विमानों का बेड़ा होगा जबकि पिछली बार इनकी संख्या 35 थी। इसमें सेना के ध्रुव हेलीकाफ्टर भी शामिल होंगे। गौरतलब है कि आसियान भारत की ऐक्ट ईस्ट (पहले लुक ईस्ट) पॉलिसी का केंद्र है और आसियान के सदस्य देश सिंगापुर और वियतनाम इस नीति के स्तंभ हैं। इसी नीति को आगे बढ़ाने के मकसद से सरकार ने आसियान के सभी 10 सदस्य देशों के प्रमुखों को 26 जनवरी को होने वाली परेड के लिए आमंत्रित किया गया है।
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क्या है आसियान
आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन) दस दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जो आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शाति और स्थिरता कायम करने के लिए भी काम करते हैं। इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है। इसकी स्थापना 8 अगस्त, 1967 में हुई थी। इसके सदस्य देश हैं- थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलयेशिया, ब्रुनेइ, लाओस, कंबोडिया, सिंगापुर, म्यामार और फिलीपींस।