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ब्रैड हॉज एक बहुत ही नम्र व्यक्ति हैं. व्यक्तिगत कारणों से वर्ष 2007-08 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. संन्यास लेने की बाद भी हॉज का क्रिकेट के प्रति जुनून उन्हें फिर वापस मैदान पर ले आई।
ब्रैड हॉज एक बहुत ही नम्र व्यक्ति हैं. व्यक्तिगत कारणों से वर्ष 2007-08 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. संन्यास लेने की बाद भी हॉज का क्रिकेट के प्रति जुनून उन्हें फिर वापस मैदान पर ले आई। उनकी वापसी इंडियन प्रीमियर लीग और 2011-12 में ऑस्ट्रेलियाई ट्वेंटी-20 बिग बैश लीग के जरिए हुई थी.
ब्रैड हॉज ने 1993 में अपनी कॅरियर की शुरुआत की. क्रिकेट में ये बहुत ही माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. खेल में हॉज की नीतियों और योजनाओं को समझना आसान नहीं है। विज्डन इंडिया के साथ बातचीत में उन्होंने कई विषयों पर अपना स्पष्ट राय रखा।
कॅरियर की शुरुआती दौर से लेकर अब तक आप स्पिन गेंदबाजी में किस तरह का बदलाव देखते हैं?
जब टी-20 पहली बार सामने आया था, तो हम उम्मीद नहीं कर रहे थे कि स्पिन गेंदबाजी भी इस खेल का पार्ट हो सकता है. लेकिन अब हम टी-20 में दो स्पिनरों को खेलते देख सकते हैं. मुझे लगता है कि यह खेल के लिए बहुत ही अच्छी बात है. आप हमेशा तेज गेंदबाजों पर भरोसा नहीं कर सकते. जब टीम को जरूरत होती है तो स्पिन गेंदबाज अच्छा करते हैं.
2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद आप फिर क्रिकेट खेलने के लिए लौटे। आप अपनी वापसी को कैसे देखते है ?
जब मैं क्रिकेट से सेवानिवृत्त हुआ था तब मेरी कुछ पारिवारिक समस्याएं थी. मैं पूरी तरह अपने परिवार और बच्चों पर ध्यान देना चाहता था. पर कुछ समय बाद मुझे लगा कि मेरे अन्दर क्रिकेट अभी बाकी है। मैं बहुत खुश था, मुझे फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिला. यह अलग बात है कि सभी देशों में खेल की अपनी राजनीति होती है.
आप टी-20 क्रिकेट में पूरी तरह से डूब गए है. क्रिकेट के इस प्रारूप को आप कैसे देखते हैं?
मैं इसे (टी-20) एक शानदार कॉसेप्ट के रूप में देखता हूँ. हमें बहुत ही गंभीरता से बाजार पर इसके प्रभाव को देखना होगा. वैसे इस बात से भी कोई इंकार नहीं कर सकता कि चैंपियंस लीग भी सनसनीखेज हो गया है. इसके पीछे कई कारण हो सकते है. आईपीएल जैसे क्रिकेट लीग के कारण खिलाड़ियों को अपने अभ्यास पर पूरा ध्यान देने का मौका मिलता है. यह भी सच है कि इस तरह के खेल से खिलाड़ियों को आराम नहीं मिल पाता है.
आपने एक मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में अपने कॅरियर की शुरुआत की। फिर आपको बाएं हाथ का चाइनामैन (बॉलिंग एक विधा) बनने के लिए किसने प्रेरित किया?
मैंने नेट पर तेजी से गेंदबाजी करने का प्रयास किया है. एक बार मैं नेट पर अभ्यास कर रहा था. उसी समय टीम प्रबंधक आया। उसने कहा; आपको पता है आप बहुत अच्छे चाइनामैन की तरह खेल सकते हो आपको ऐसा करना चाहिए. मुझे भी लगा एक कोशिश करनी चाहिए. इसलिए मैंने बाएं हाथ से चाइनामैन गेंदबाजी करनी शुरू कर दी.