आइपीएल-9 को बेहतर करने के बोर्ड के रोड मैप को मिला प्रायोजकों का साथ

आइपीएल 2013 के भ्रष्टाचार मामले में न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति के फैसलों का अध्ययन करने के लिए गठित किए गए बीसीसीआइ के चार सदस्यीय कार्य समूह को प्रायोजकों का पूरा समर्थन हासिल हुआ है। इस कार्य समूह की इंडियन प्रीमियर लीग के नौवें संस्करण पर चर्चा करने को लेकर पहली बार

By sanjay savernEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2015 04:48 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2015 04:52 PM (IST)
आइपीएल-9 को बेहतर करने के बोर्ड के रोड मैप को मिला प्रायोजकों का साथ

नई दिल्ली। आइपीएल 2013 के भ्रष्टाचार मामले में न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति के फैसलों का अध्ययन करने के लिए गठित किए गए बीसीसीआइ के चार सदस्यीय कार्य समूह को प्रायोजकों का पूरा समर्थन हासिल हुआ है। इस कार्य समूह की इंडियन प्रीमियर लीग के नौवें संस्करण पर चर्चा करने को लेकर पहली बार बैठक हुई।
न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति ने पिछले महीने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और राजस्थान रायल्स के मालिकों गुरूनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा को प्रतिबंधित कर दिया था जबकि इन दोनों फ्रेंचाइजियों पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया था।
इस कार्य समूह के प्रमुख राजीव शुक्ला ने कहा- 'हमने सभी हितधारकों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं। यस बैंक के प्रतिनिधियों ने कार्य समूह के सदस्यों से मुलाकात की। यस बैंक हमारा एक प्रायोजक है। इसी तरह से हम अन्य प्रायोजकों से भी मिलेंगे और उनसे भी इस पर बात करेंगे कि आइपीएल 9 को कैसे सफल बनाया जाए। ’’

दिल्ली में बैठक के बाद कार्यसमूह की अगली बैठक मुंबई में होगी। शुक्ला ने कहा- 'मुंबई में हमारी योजना कम से चार फ्रेंचाइजी मालिकों से मिलने की है। हम नई टीमों और खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर सभी संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।' यह पूछने पर कि क्या विवादों के चलते प्रायोजक नाराज चल रहे हैं, उन्होंने इससे इंकार करते हुए कहा कि प्रायोजकों का पूरा समर्थन बीसीसीआइ को हासिल है। हितों के टकराव वाले विवादास्पद मसले पर उन्होंने कहा- 'हमारे अध्यक्ष ने भी बयान जारी कर दिया है। सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।’ आइपीएल में दो नई टीमों के बारे में कार्यसमूह के विचारों के बारे में पूछे जाने पर शुक्ला ने कहा- 'हम अभी कुछ नहीं बोल सकते हैं, सभी हितधारकों के विचार जानने के बाद ही हम अपना पक्ष रखेंगे।'
यह पूछे जाने पर कि क्या सीएसके और राजस्थान रायल्स को उन दो साल के लिये फ्रेंचाइजी शुल्क भरना है जिस दौरान वे निलंबित रहेंगे, तो शुक्ला ने कहा - 'नहीं, उन्हें कुछ भी भुगतान करने की जरूरत नहीं है। न तो वे हमें कुछ भुगतान करेंगे और न हम उन्हें।' बीसीसीआइ के इस कार्य समूह में आईपीएल चेयरमैन शुक्ला के अलावा बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर, कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी व पूर्व कप्तान सौरव गांगुली शामिल है। बोर्ड के वकील उषा नाथ बनर्जी का सहयोग भी उन्हें मिलेगा।

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