रोटेशन का दायरा बढ़ाए टीम इंडिया

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना है कि रोटेशन सिर्फ शीर्ष तीन खिलाडि़यों तक सीमित नहीं होना चाहिए और मध्यक्रम क्रम की टीम में भी बदलाव होना चाहिए। भारतीय टीम आस्ट्रेलिया में खेले जा रहे त्रिकोणीय वनडे सीरीज में रोटेशन प्रणाली अपना रही है।

By Edited By: Publish:Sat, 18 Feb 2012 07:46 PM (IST) Updated:Sat, 18 Feb 2012 07:46 PM (IST)
रोटेशन का दायरा बढ़ाए टीम इंडिया

नई दिल्ली। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना है कि रोटेशन सिर्फ शीर्ष तीन खिलाडि़यों तक सीमित नहीं होना चाहिए और मध्यक्रम क्रम की टीम में भी बदलाव होना चाहिए। भारतीय टीम आस्ट्रेलिया में खेले जा रहे त्रिकोणीय वनडे सीरीज में रोटेशन प्रणाली अपना रही है।

रणजी ट्राफी में राजस्थान की ओर से खेलने वाले चोपड़ा ने कहा, मैं रोटेशन के पक्ष में हूं लेकिन यह जिस तरह से हो रहा है वह सही नहीं है। यह सिर्फ सलामी बल्लेबाजों तक सीमित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, गंभीर फिलहाल अच्छी फार्म में है लेकिन शायद उसे अगले मैच में आराम दिया जाए, यह सही नहीं है। रोटेशन बिना किसी निश्चित प्रणाली के होना चाहिए। चोपड़ा ने कहा कि मनोज तिवारी जैसे बल्लेबाज को मौका मिलना चाहिए, वह हालांकि इसके भी पक्ष में हैं कि रोहित शर्मा और सुरेश रैना अतिरिक्त मौके के हकदार हैं।

चोपड़ा ने एक कार्यक्रम के इतर कहा, वह [मनोज तिवारी] कब तब बैंच पर बैठे रहेंगे। चोपड़ा ने कहा, रोहित और रैना मौके के हकदार हैं। वे अतीत में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं। रोहित वेस्टइंडीज के खिलाफ उसकी सरजमीं और घरेलू सीरीज में मैन आफ द सीरीज रहे। रैना भी टीम के लिए अच्छा योगदान देते रहे हैं। इन दोनों को वापसी करने का पर्याप्त मौका मिलना चाहिए।

इस पूर्व टेस्ट क्रिकेट ने सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का भी समर्थन किया जो आस्ट्रेलिया में चल रही मौजूदा त्रिकोणीय सीरीज में अब तक अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा, इतिहास में केवल दो खिलाड़ी ही वनडे मैचों में दोहरा शतक बना पाए हैं। इसलिए यह कहना कि वह [सहवाग] रन नहीं बना सकता अनुचित होगा।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी