अपने डेब्यू पर ही मोहित ने मचाया धमाल, बना डाला यह रिकॉर्ड

भारतीय वनडे टीम इन दिनों युवा खिलाड़ियों की खोज में जुटी है और इस खोज में वह काफी हद तक सफल भी रही है, इसी खोज के दौरान ही विदेश में भारत ने लगातार तीन सीरीज अपने नाम कर लीं और टीम में युवा जोश का असर साफ नजर भी आने लगा है। इसी क्रम में ताजा नाम है गेंदबाज मोहित शर्मा का। जिंबॉब्वे के खिलाफ चौथे वनडे मुकाबले में अप

By Edited By: Publish:Fri, 02 Aug 2013 10:09 AM (IST) Updated:Fri, 02 Aug 2013 03:09 PM (IST)
अपने डेब्यू पर ही मोहित ने मचाया धमाल, बना डाला यह रिकॉर्ड

बुलावायो। भारतीय वनडे टीम इन दिनों युवा खिलाड़ियों की खोज में जुटी है और इस खोज में वह काफी हद तक सफल भी रही है, इसी खोज के दौरान ही विदेश में भारत ने लगातार तीन सीरीज अपने नाम कर लीं और टीम में युवा जोश का असर साफ नजर भी आने लगा है। इसी क्रम में ताजा नाम है गेंदबाज मोहित शर्मा का। जिंबॉब्वे के खिलाफ चौथे वनडे मुकाबले में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के पहले मैच में मोहित ने दमदार प्रदर्शन करते हुए मैन ऑफ द मैच बनने का गौरव हासिल किया। वह अपने डेब्यू पर यह खिताब जीतने वाले संदीप पाटिल के बाद दूसरे भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं।

साल 2007 में हरियाणा अंडर-19 के लिए अभ्यास करते हुए शायद मोहित शर्मा ने यह कभी भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन वह भारतीय टीम की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरेंगे और विदेशी जमीन पर ही अपने पहले ही मैच में मैन ऑफ द मैच का खिताब भी जीत लेंगे। जिंबॉब्वे के खिलाफ चौथे वनडे में मोहित ने 10 ओवर में महज 26 रन देकर सिकंदर रजा और मैलकम वॉलर जैसे मेजबान टीम के दो अहम बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। वह इस मैच में भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी तो नहीं बने लेकिन टॉप ऑर्डर में रजा को आउट करके ओपनिंग स्लॉट तोड़ना और फिर मिडिल ऑर्डर में सेट बल्लेबाज वॉलर को आउट करके उन्होंने अपने पहले ही मैच में ऐसा प्रभाव छोड़ा कि ज्यूरी उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब दिए बिना रह नहीं सके। इससे पहले यह कारनामा 80 के दशक में पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी संदीप पाटिल ने कर दिखाया था।

मोहित की खास बात है उनका मनोबल। अब तक इस युवा गेंदबाज ने महज 11 प्रथम श्रेणी मैच, सात घरेलू वनडे व चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से एक आइपीएल सीजन ही खेला है। लेकिन उसके बावजूद उनका मनोबल इतना जबरदस्त रहा कि ना तो सेलेक्टर उन्हें टीम में लेने से रोक पाए और जिंबॉब्वे के बल्लेबाज डेब्यू मैच में ही उन्हें बार-बार बाउंड्री पार मारने की हिम्मत दिखा सका। हालांकि पिछले रणजी सीजन में इस गेंदबाज ने अपनी छाप छोड़ दी थी आठ मैचों 37 विकेट लेकर वह पांचवें श्रेष्ठ गेंदबाज साबित हुए थे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी