थोड़ी तारीफ क्या हुई, टीम का आराम शुरू

एक तरफ पूर्व दिग्गज क्रिकेटर टीम इंडिया को बार-बार अभ्यास को नजरअंदाज ना करने की सलाह दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ माही के धुरंधरों की आरामतलबी एक बार फिर शुरु हो गई। भारतीय क्रिकेटरों ने आज अभ्यास करने के बजाय होटल के कमरों में समय बिताने को तवज्जो दी। यह इस दौरे के पिछले 64 दिनों में 16वां ऐसा दिन है जबकि खिलाड़ी बल्ले और गेंद से दूर रहे हैं।

By Edited By: Publish:Thu, 16 Feb 2012 01:12 PM (IST) Updated:Thu, 16 Feb 2012 01:12 PM (IST)
थोड़ी तारीफ क्या हुई, टीम का आराम शुरू

ब्रिस्बेन। एक तरफ पूर्व दिग्गज क्रिकेटर टीम इंडिया को बार-बार अभ्यास को नजरअंदाज ना करने की सलाह दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ माही के धुरंधरों की आरामतलबी एक बार फिर शुरु हो गई। भारतीय क्रिकेटरों ने आज अभ्यास करने के बजाय होटल के कमरों में समय बिताने को तवज्जो दी। यह इस दौरे के पिछले 64 दिनों में 16वां ऐसा दिन है जबकि खिलाड़ी बल्ले और गेंद से दूर रहे हैं।

इन 64 दिन में से 22 दिन क्रिकेट मैदान पर बिताए गए, दस दिन यात्रा में गुजरे जबकि 16 दिन अभ्यास सत्र में गए। ऐसा तब हुआ जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था कि, हमारा अभ्यास सत्र लंबा चल रहा है। हम प्रत्येक दिन लगभग चार घंटे अभ्यास कर रहे हैं। आज अधिकतर खिलाड़ी अपने एक्सबाक्स [वीडियोगेम] और प्लेस्टेशन में व्यस्त रहे जबकि कुछ ने यह जानने की कोशिश की स्वदेश में उनके बारे में क्या लिखा जा रहा है। खिलाड़ी हालांकि सार्वजनिक तौर पर कहते रहे हैं कि अखबार नहीं पढ़ते लेकिन हाल में दावा किया गया था कि खिलाड़ी समाचार पत्र के पहले पाठक होते हैं। इसलिए तब इस बात को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए जब विराट कोहली कहते हैं कि, मैं टेलीविजन नहीं देखता, समाचार नहीं देखता, अखबार नहीं पढ़ता और पिछले एक महीने से मैंने समाचार पत्र नहीं छुआ है। या धोनी कहते हैं, मैं कोई समाचार पत्र नहीं पढ़ता और मुझे भारत से समाचार नहीं मिलते इसलिए मुझे पता नहीं कि क्या हो रहा है।

भारतीय खिलाड़ी आज अभ्यास के लिए नहीं आए जिससे प्रशंसकों को निराशा हाथ लगी। टीम को हालांकि कल अभ्यास करना है और क्रिकेट प्रेमियों को उनकी फोटो या आटोग्राफ लेने का एक और मौका मिलेगा। उम्मीद है कि यह सिडनी में दूसरे टेस्ट मैच जैसा नहीं होगा जब टीम अभ्यास के लिए नहीं आई थी। भारतीय टीम की जहां सभी से दूर रहने की आदत बन गई है वहीं आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लोगों से खूब घुलते मिलते हैं। डेविड हसी, डेविड वार्नर, पीटर फोरेस्ट और क्लाइंट मैकाय कल सिडनी चिल्ड्रन्स हास्पिटल में रोगियों का मनोरंजन करने के लिए मसखरे बने जबकि पर्थ में माइक हसी प्रिसेंस मारग्रेट चिल्ड्न्स हास्पिटल गए थे।

कामनवेल्थ बैंक एकदिवसीय सीरीज के दौरान रिकी पोंटिंग ने अपने साथियों के साथ प्रशंसकों के लिए तंदूरी खाना बनाने में मदद की थी। आस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने प्रशंसकों से घुलने मिलने का कोई मौका नहीं गंवाया लेकिन भारतीय क्रिकेटरों के मामले में ऐसा देखने को नहीं मिला। यहां तक कि मैदान पर भी भारत और आस्ट्रेलिया की टीमों के बीच अंतर साफ नजर आता है। भारतीय टीम टास से केवल आधा घंटा पहले पहुंचती है जबकि कंगारू उससे काफी पहले क्षेत्ररक्षण के अभ्यास में जुट जाते हैं।

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