विश्व कप की तैयारियों को लेकर विदेशी खिलाडि़यों के जाने से कमजोर होंगी आइपीएल टीमें

विश्व कप की तैयारियों को लेकर विदेशी खिलाडि़यों के जाने की वजह से सनराइजर्स हैदराबाद पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Apr 2019 04:53 AM (IST) Updated:Thu, 04 Apr 2019 10:27 AM (IST)
विश्व कप की तैयारियों को लेकर विदेशी खिलाडि़यों के जाने से कमजोर होंगी आइपीएल टीमें
विश्व कप की तैयारियों को लेकर विदेशी खिलाडि़यों के जाने से कमजोर होंगी आइपीएल टीमें

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। आइपीएल का आयोजन विश्व कप से ठीक पहले हो रहा है जिसकी तैयारियों की वजह से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड सहित कई देशों के क्रिकेटरों को इस लीग को बीच मे छोड़कर अपनी राष्ट्रीय टीम से जुड़ना होगा।

किस टीम को किस विदेशी खिलाड़ी के जाने से कितना फर्क पड़ेगा..

हैदराबाद पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर

विश्व कप की तैयारियों को लेकर विदेशी खिलाडि़यों के जाने की वजह से सनराइजर्स हैदराबाद पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। अगर डेविड वार्नर का चयन ऑस्ट्रेलिया की टीम में होता है तो उन्हें तैयारियों के लिए आयोजित राष्ट्रीय शिविर में भाग लेने के लिए आइपीएल को बीच में छोड़कर जाना पड़ सकता है। पाकिस्तान और आयरलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो को आइपीएल छोड़कर लौटना होगा जबकि अफगानिस्तान के राशिद खान और मुहम्मद नबी को आयरलैंड में त्रिकोणीय सीरीज के लिए जाना पड़ेगा जिसकी शुरुआत 24 अप्रैल से हो रही है। साथ ही बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब-अल हसन को भी आइपीएल छोड़कर लौटना पड़ेगा। हालांकि कप्तान केन विलियमसन, मार्टिन गुप्टिल और विली स्टेनलेक पूरे सत्र में टीम के साथ बने रहेंगे।

चेन्नई को चिंता नहीं

चेन्नई सुपरकिंग्स को अपने विदेशी खिलाडि़यों की उपलब्धता को लेकर ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। शेन वॉटसन और ड्वेन ब्रावो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं जबकि मिशेल सेंटनर पूरे आइपीएल में खेलेंगे। अगर दक्षिण अफ्रीका विश्व कप से पहले अपने अभ्यास शिविर के तारीखों की घोषणा करता है तो उसके कप्तान फाफ डु प्लेसिस और स्पिनर इमरान ताहिर को जाना पड़ेगा जिससे चेन्नई पर थोड़ा फर्क पड़ सकता है। वहीं सैम बिलिंग्स का नाम अगर विश्व कप एवं आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए इंग्लैंड की टीम में शामिल किया जाता है तो उन्हें भी बुलाया जा सकता है लेकिन इसकी संभावना कम है।

दिल्ली को नहीं पड़ेगा ज्यादा फर्क

विश्व कप की तैयारियों के लिए आइपीएल छोड़कर अपनी राष्ट्रीय टीम में लौटने वाले विदेशी खिलाडि़यों से दिल्ली कैपिटल्स को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। कैगिसो रबादा को दक्षिण अफ्रीकी टीम में बुलाया जा सकता है लेकिन अगर क्रिस मौरिस को विश्व कप की टीम में जगह नहीं मिलती है तो वह आइपीएल में बने रहेंगे। वहीं कॉलिन मुनरो, इंग्राम, संदीप और ट्रेंट बोल्ट भी दिल्ली के साथ बने रहेंगे। अगर शेरफेन रदरफोर्ट और कीमो पॉल को आयरलैंड में त्रिकोणीय सीरीज और विश्व कप के लिए वेस्टइंडीज की टीम में जगह नहीं मिली तो वे दिल्ली के लिए खेलते दिखाई दे सकते हैं।

पंजाब पर पड़ सकता है असर

किंग्स इलेवन पंजाब की टीम पर ज्यादा फर्क पड़ सकता है। दिल्ली के खिलाफ हैट्रिक लेकर पंजाब की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सैम कुर्रन की जगह अगर इंग्लैंड की विश्व कप टीम में बायें हाथ के तेज गेंदबाज के तौर पर डेविड विली का नाम आता है तो कुर्रन को स्वदेश नहीं लौटना पड़ेगा। हालांकि अगर पंजाब अंतिम-चार में नहीं पहुंचता है तो वेस्टइंडीज के क्रिस गेल, निकोलस पूरन और अफगानिस्तान के मुजीब उर-रहमान को अपनी-अपनी राष्ट्रीय टीमों में लौटना पड़ सकता है। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर को भी अपनी राष्ट्रीय टीम में लौटना पड़ सकता है। हार्डस विल्जोन और मोइस हेनरिक्स को विश्व कप की टीम में जगह मिल पाना मुश्किल लग रहा है।

केकेआर को खल सकती है रसेल की कमी

सुनील नरेन को विश्व कप टीम में जगह मिलना मुश्किल लग रहा है क्योंकि वह वेस्टइंडीज के लिए पिछले तीन साल से कोई वनडे नहीं खेल पाए हैं। कार्लोस ब्रेथवेट की तरह क्रिस लिन के भी लौटने की संभावना कम है लेकिन आंद्रे रसेल को आयरलैंड में होने वाली त्रिकोणीय सीरीज के लिए वेस्टइंडीज की टीम में बुलाया जा सकता है। वहीं फ‌र्ग्युसन पूरे सत्र में टीम के साथ बने रहेंगे।

मुंबई के पास विकल्प मौजूद

श्रीलंका के लसिथ मलिंगा को एक टूर्नामेंट में खेलने के लिए आइपीएल को छोड़कर लौटना पड़ सकता है। हालांकि वह बाद में फिर से मुंबई इंडियंस से जुड़ सकते हैं। अपनी राष्ट्रीय टीम के साथ खेलने के बाद जेसन बेहेनड्रॉफ मुंबई से जुड़े हैं लेकिन उन्हें एक मई को वापस लौटना पड़ेगा। ऐसा ही संभावना दक्षिण अफ्रीका के क्विंटन डिकॉक के साथ भी है। इवेन लुइस को भी जाना पड़ सकता है। हालांकि मिशेल मैक्लीनघन, बेन कटिंग और कीरोन पोलार्ड टीम के साथ बने रहेंगे क्योंकि इनको विश्व कप की टीम में जगह मिल पाना मुश्किल लग रहा है।

राजस्थान की बढ़ेगी मुश्किल

विदेशी खिलाडि़यों के जाने से राजस्थान रॉयल्स पर भी गहरा असर पड़ेगा। इस टीम के स्टार जोफ्रा आर्चर, बेन स्टोक्स, स्टीव स्मिथ, एश्टन टर्नर और जोस बटलर का विश्व कप के लिए उनकी राष्ट्रीय टीमों में जगह मिलना करीब-करीब तय है। स्टोक्स, बटलर और आर्चर की अपनी राष्ट्रीय टीमों के साथ प्रतिबद्धताएं हैं जिन्हें जल्दी ही आइपीएल छोड़कर जाना पड़ सकता है। वहीं स्मिथ और टर्नर विश्व कप शिविर में भाग ले सकते हैं।

आरसीबी को परवाह नहीं

मार्कस स्टोइनिस और नाथन कूल्टर नाइल पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के बाद विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के साथ जुड़े थे, लेकिन इन्हें जल्दी ही आइपीएल को छोड़कर जाना भी पड़ेगा। आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले के लिए मोइन अली को भी इंग्लिश टीम में लौटना पड़ेगा। वहीं वेस्टइंडीज के शिमरोन हेटमायर को आयरलैंड में त्रिकोणीय सीरीज खेलने जाना पड़ सकता है। हालांकि एबी डिविलियर्स, कोलिन डि ग्रैंडहोम और टिम साउथी पूरे टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध होंगे।

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