Ind vs Aus: क्या है ICC का कन्कशन रिप्लेसमेंट नियम जिस पर हुआ पहले टी20 मैच में जमकर विवाद

Ind vs Aus भारतीय पारी के 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जडेजा के पैर डगमगाने लगे थे। उनके आगे वाले पैर में खिंचाव था। लग रहा था कि उन्हें हैमस्ट्रिंग की दिक्कत है। यही कारण था कि वह पीछे वाले पैर पर जोर देकर शॉट खेल रहे थे।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 08:41 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 08:41 PM (IST)
Ind vs Aus: क्या है ICC का कन्कशन रिप्लेसमेंट नियम जिस पर हुआ पहले टी20 मैच में जमकर विवाद
भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (एपी फोटो)

नई दिल्ली, प्रेट्र। इसी साल पिछले वर्ष अगस्त से आइसीसी ने क्रिकेट में कुछ नए नियमों को मान्यता दी। अब क्रिकेट में नया नियम है कि अगर किसी खिलाड़ी के सिर या गर्दन में चोट लगती है तो उसके स्थान पर किसी दूसरे खिलाड़ी को मौका दिया जा सकता है। यानी आपके 12 या उससे ज्यादा खिलाड़ी भी बल्लेबाजी या गेंदबाजी कर सकते हैं।

कैसे की जाती है जांच

आमतौर पर फिजियो (यूं तो विशेषज्ञ डॉक्टर होना चाहिए) कुछ बुनियादी बातों को ख्याल में रखकर खिलाड़ी की जांच करता है। वह खिलाड़ी का संतुलन जांचता है, और उससे पूछता है कि क्या उसे चक्कर आ रहे हैं? या उल्टी आ रही है? इसके साथ ही वह खिलाड़ी की याददाश्त की भी जांच करता है, इसके लिए कुछ सवाल पूछे जाते हैं कि जैसे कि शहर का नाम और कुछ अन्य सवाल। साथ ही खिलाड़ी को कुछ पढ़ने के लिए भी दिया जाता है। देखा जाता है कि क्या वह इन सब प्रक्रियाओं के दौरान सामान्य था। इसके बाद ही आगे का फैसला किया जाता है। कुल मिलाकर खिलाड़ी के सिर पर चोट लगने के बाद उसकी चेतना का सही तौर पर टेस्ट किया जाता है।

गेंदबाज की जगह आता है गेंदबाज 

कन्कशन नियमों के तहत, यदि कोई गेंदबाज चोटिल होता है तो उसकी जगह वैसा ही खिलाड़ी आ सकता है। यानी बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज, ऑलराउंडर की जगह ऑलराउंडर और गेंदबाज की जगह गेंदबाज ही आएगा। यदि कोई ऑलराउंडर आता है तो वह केवल बल्लेबाजी ही कर सकता है।

क्या हुआ था जडेजा के साथ

भारतीय पारी के 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जडेजा के पैर डगमगाने लगे थे। उनके आगे वाले पैर में खिंचाव था। लग रहा था कि उन्हें हैमस्ट्रिंग की दिक्कत है। यही कारण था कि वह पीछे वाले पैर पर जोर देकर शॉट खेल रहे थे और इसी समय लग रहा था कि वह गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे। इससे भारतीय खेमे में यह चिंता सताने लगी थी कि इतने कम स्कोर का बचाव चार गेंदबाजों से कैसे होगा लेकिन 20वें ओवर में मिशेल स्टार्क की गेंद जडेजा के बल्ले का किनारा लेती हुई हेलमेट पर लग गई। इसकी अगली तीन गेंद पर वह बल्लेबाजी करते रहे।

इस बीच उन्हें देखने फिजियो भी मैदान पर नहीं पहुंचे, ना ही उन्होंने गेंद लगने के बाद किसी तरह की परेशानी दिखाई लेकिन इसके बाद भारतीय टीम प्रबंधन को कन्कशन रिप्लेसमेंट लेने का मौका मिल गया। आइसीसी के नियमों के अनुसार हैमस्ट्रिंग या किसी और चोट के कारण स्थानापन्न खिलाड़ी नहीं लिया जा सकता लेकिन हेलमेट पर गेंद लगने और सिर पर चोट आने के बाद कन्कशन स्थानापन्न लिया जा सकता है जो पूरे खिलाड़ी के तौर पर खेल सकता है। लैंगर की नाराजगी यही थी कि उन्हें लग रहा था कि जडेजा को कन्कशन की कोई समस्या नहीं है और इसके तहत भारतीय टीम प्रबंधन ने मेडिकल विशेषज्ञ का सहारा लेकर कोई जाल बुना है।

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