अदालत से जारी जमानती वारंट पर बोले गंभीर, बताया क्यों नहीं पहुंचे थे कोर्ट

जमानती वारंट जारी होने के बाद गौतम गंभीर ने इस मसले की पूरी जानकारी दी।

By Lakshya SharmaEdited By: Publish:Fri, 21 Dec 2018 02:35 PM (IST) Updated:Fri, 21 Dec 2018 03:14 PM (IST)
अदालत से जारी जमानती वारंट पर बोले गंभीर, बताया क्यों नहीं पहुंचे थे कोर्ट
अदालत से जारी जमानती वारंट पर बोले गंभीर, बताया क्यों नहीं पहुंचे थे कोर्ट

नई दिल्ली, जेएनएन। हाल ही में क्रिकेट से संन्यास का लेने वाले गौतम गंभीर को दिल्ली की एक अदालत ने एक रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदारों से कथित तौर पर धोखाधड़ी से जुड़े एक मामले में लगातार समन भेजने के बावजूद पेश नहीं होने पर पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया।

जमानती वारंट जारी होने के बाद गौतम गंभीर ने इस मसले की पूरी जानकारी दी। गौतम ने ट्वीट कर कहा कि कोर्ट की तारीखें उनके रणजी मुकाबलों और बाकी कमर्शियल कामों से टकरा रही थीं जिसके चलते वह कोर्ट में पेश नहीं हो सके और वारंट जारी हो गया।

Since last evening there’ve been media reports about bailable warrants issued against me for not appearing before the Court.I’d like to clarify that dates for appearance in Court coincided either with my playing commitments for Delhi Ranji Team and/or other professional reasons.

— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) December 20, 2018

I was always represented by my advocates in the Court, as I am more than willing to abide by the law of the land and honor the directions issued by the Hon’ble Court. On another note, I would like to clarify that I was merely a Brand Ambassador...

— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) December 20, 2018

I never had any control over their actions or lack of it in providing the customers with their flats. My sympathies were and will always be with d customers who had invested their money to buy these flats. As a responsible citizen, I will do everything possible to help them. — Gautam Gambhir (@GautamGambhir) December 20, 2018

इसके साथ ही गंभीर ने कहा कि उनका वकील हर तारीख पर कोर्ट में मौजूद रहते थे, वह हमेशा ही कानून का पालन करते रहे हैं। इसके साथ ही गंभीर ने साफ कर दिया कि वह इस कंपनी के ब्रैंड एंबेसडर थे ना कि इसमे उनकी कोई भूमिका थी। इसके साथ ही गंभीर ने फ्लैट्स खरीदने वाले के लिए सहानुभूति प्रकट की और कहा कि इस मामले में वह जो कर सकते हैं, वह करेंगे।

क्या है मामला

शिकायत के अनुसार, 17 फ्लैट खरीदारों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने 2011 में गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में एक आने वाले एक प्रोजेक्ट में फ्लैटों की बुकिंग के वास्ते 1.98 करोड़ रुपए दिए थे लेकिन यह प्रोजेक्ट कभी शुरू नहीं हुआ। गंभीर रूद्र बिल्डवेल रिएलिटी प्राइवेट लिमिटेड और एच आर इंफ्रासिटी प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त प्रोजेक्ट के निदेशक और ब्रांड एम्बेसेडर थे।

हाउसिंग परियोजना में अपार्टमेंट बुक करने के नाम पर जनता से 1.98 करोड़ रुपए ठगने के आरोप में 2016 में मामला दर्ज कराया गया था। मुख्य मेट्रोपॉलिटल मजिस्ट्रेट मनीष खुराना ने कहा, ‘इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि गौतम गंभीर इस मामले में लगातार पेश नहीं हो रहे हैं और यहां तक कि सुनवाई की अंतिम तारीख में छूट संबंधी अर्जी खारिज होने के बाद भी वह हाजिर नहीं हुए इसलिए आरोपी के खिलाफ 10 हजार रुपए का जमानती वारंट जारी किया जाता है।'  अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 24 जनवरी निर्धारित की है।

गौतम गंभीर ने भारत के लिए 58 टेस्ट और 147 वनडे मैच खेले। गंभीर 2007 टी-20 विश्व कप टीम का हिस्सा थे और चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में शीर्ष स्कोरर रहे थे। गंभीर ने 2011 विश्व कप के फाइनल में भी श्रीलंका के खिलाफ 97 रन की पारी खेली थी। भले ही इस मैच में गंभीर शतक लगाने से चूक गए थे, लेकिन उन्होंने वर्ल्ड कप भारत की झोली में डालने में अहम भूमिका निभाई थी।

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