टीम इंडिया ने छोड़ दी थी जीत की उम्मीद, फिर दिनेश कार्तिक ने किया था चमत्कार, BAN के जबड़े से छीनी थी जीत

Dinesh karthik Birthday Special 18 मार्च साल 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ निदहास ट्रॉफी में दिनेश कार्तिक ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई थी। कार्तिक ने महज 12 गेंदों पर नाबाद 34 रन कूटे थे।

By Shubham MishraEdited By: Publish:Thu, 01 Jun 2023 09:00 AM (IST) Updated:Thu, 01 Jun 2023 09:00 AM (IST)
टीम इंडिया ने छोड़ दी थी जीत की उम्मीद, फिर दिनेश कार्तिक ने किया था चमत्कार, BAN के जबड़े से छीनी थी जीत
Dinesh karthik Birthday Special Nidhaas Trophy Final

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। 12 गेंदों पर 34 रन की दरकार थी। सेट बल्लेबाज मनीष पांडे आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे। टीम इंडिया के खेमे में सन्नाटा पसर गया था। बांग्लादेश के खिलाड़ियों के चेहरे खिल उठे थे और टीम को जीत की खुशबू आने लगी थी। फिर मैदान पर उतरते हैं दिनेश कार्तिक। इसके बाद अगली 12 गेंदों पर जो हुआ, वो इतिहास बन गया। कार्तिक आज अपना 38वां जन्मदिन मना रहे हैं और उनके बल्ले से निकली वो करिश्माई पारी का जिक्र करने के लिए आज से बढ़िया दिन क्या ही होगा। चलिए फिर आपको सुनाते हैं 18 मार्च 2018 को खेली गई उस चमत्कारी पारी की कहानी।

आखिरी दो ओवरों में कार्तिक का कमाल

167 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की हालत खस्ता थी। 133 के स्कोर पर टीम ने अपना पांचवां विकेट गंवाया था। मनीष पांडे यानी सेट बल्लेबाज 28 रन बनाकर पवेलियन लौट रहे थे। मनीष के आउट होने के साथ ही भारतीय टीम की जीत की उम्मीदें भी धुंधली हो चली थीं।

क्रीज पर फिर दिनेश कार्तिक का आगमन होता है। 12 गेंदों पर 34 रन की जरूरत थी और बांग्लादेश के गेंदबाज पूरी तरह से हावी नजर आ रहे थे। 19वें ओवर में रूबेल हुसैन के खिलाफ कार्तिक ने 2 सिक्स और इतने ही चौके जमाते हुए ओवर से 22 रन बटोरे। मैच पलट चुका था और अब बांग्लादेश को हार का डर सताने लगा था। कार्तिक का दूसरे छोर पर साथ विजय शंकर दे रहे थे।

आखिरी ओवर में पल-पल पलटी बाजी

बांग्लादेश की तरफ से आखिरी ओवर फेंकने की जिम्मेदारी सौम्य सरकार को मिली। स्ट्राइक पर विजय शंकर थे। सौम्य सरकार ने ओवर की पहली बॉल वाइड फेंकी, तो दूसरी गेंद शंकर डॉट खेल गए। ओवर की दूसरी बॉल पर विजय शंकर एक रन चुराने में सफल रहे। स्ट्राइक पर वापस कार्तिक आ चुके थे और टीम इंडिया की जीत की उम्मीदें फिर से जाग चुकी थीं। ओवर की तीसरी बॉल सौम्य ने यॉर्कर फेंकी और कार्तिक भी सिर्फ एक ही रन बना पाए।

कार्तिक का विनिंग शॉट

तीन गेंदों का खेल बचा हुआ था और जीत के लिए 9 रन की जरूरत थी। चौथी गेंद पर विजय शंकर के बल्ले से चौका निकला। मैच में फिर से करवट ले ली, लेकिन अगली ही बॉल पर शंकर आउट हो गए। गेंद बची थी एक और जीत के लिए रन चाहिए थे पांच। ओवर की आखिरी बॉल पर कार्तिक आगे बढ़े और गेंद को डायरेक्ट बाउंड्री लाइन के पार पहुंचा दिया। इस सिक्स के साथ टीम इंडिया ने निदहास ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया था और इस करिश्मे को कार्तिक ने कर दिखाया था। उस रात पूरे स्टेडियम में डीके-डीके के नारे लगे थे और कार्तिक भारतीय टीम के नए सुपरस्टार बनकर चमके थे।

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