तीसरा टेस्ट- पहला दिन: बैलेंस ने जड़ा शतक, कुक चूके
गैरी बैलेंस के नाबाद शतक और कप्तान एलिस्टेयर कुक के अर्धशतक की बदौलत इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन रविवार को दो विकेट पर 247 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। कुक हालांकि पांच रन से अपने 26वें शतक से चूक गए, लेकिन पांच टेस्ट की नौ पारियों के बाद पहला अर्धशतक लगाने में कामय
साउथेम्पटन। गैरी बैलेंस के नाबाद शतक और कप्तान एलिस्टेयर कुक के अर्धशतक की बदौलत इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन रविवार को दो विकेट पर 247 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। कुक हालांकि पांच रन से अपने 26वें शतक से चूक गए, लेकिन पांच टेस्ट की नौ पारियों के बाद पहला अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे।
कुक अगर शतक जमा देते तो यह 29 टेस्ट पारियों के बाद उनका पहला शतक होता। दिन का खेल खत्म होने तक बैलेंस 104 और इयान बेल 16 रन बनाकर क्रीज पर थे। बैलेंस 231 गेंदों का सामना कर नौ चौके लगा चुके हैं।
दिन के खेल का आकर्षण कुक रहे, जिनका 15 रन के निजी स्कोर पर रवींद्र जडेजा ने पदार्पण कर रहे पंकज सिंह की गेंद पर थर्ड स्लिप में कैच छोड़ दिया। इस जीवनदान का कुक ने खूब फायदा उठाया और भारतीय गेंदबाजों की बेदर्दी से धुनाई की। अपनी पारी के दौरान कुक ने 231 गेंदों का सामना किया और नौ चौके जड़े। यही नहीं उन्होंने इस सीरीज में अपना दूसरा और कुल तीसरा शतक जमाने वाले बैलेंस के साथ दूसरे विकेट के लिए 158 रन की साझेदारी कर टीम को ठोस शुरुआत दिलाई।
खतरनाक होती इस जोड़ी को रवींद्र जडेजा ने 213 रन के स्कोर पर कुक को कप्तान धौनी के हाथों कैच करवाकर तोड़ा। इसके बाद आए बेल ने बैलेंस के साथ पारी को आगे बढ़ाया और टीम को कोई झटका नहीं लगने दिया।
इशांत शर्मा चोटिल होने के कारण मैच में नहीं खेल पाए जिससे भारत की गेंदबाजी बिखरी हुई लगी। उसमें अनुशासन की कमी दिखी। पहले दिन केवल मुहम्मद शमी (1/62) और रवींद्र जडेजा (1/34) को ही विकेट मिले। पिछले दो मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर कुमार को एक भी विकेट नही मिला।
जडेजा ने यदि कुक का आसान कैच नहीं छोड़ा होता तो इंग्लैंड के कप्तान का फॉर्म में लौटने का इंतजार बढ़ जाता। आखिर में जडेजा ने ही उन्हें शतक से वंचित रखा। चाय के विश्राम के बाद जब वह मजबूती से शतक की ओर बढ़ रहे थे तब लेग साइड की तरफ जाती गेंद उनके बल्ले का हल्का किनारा लेकर धौनी के दस्तानों में चली गई।
लॉर्ड्स टेस्ट के 'मैन ऑफ द मैच' इशांत शर्मा के चोटिल होने के कारण राजस्थान के तेज गेंदबाज पंकज सिंह को अपने टेस्ट पदार्पण करने का मौका मिल गया। 29 वर्षीय पंकज इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में रविवार को उतरने के साथ ही भारत के 282वें टेस्ट खिलाड़ी बन गए। इसी सीरीज के पहले टेस्ट में ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी को भी अपना टेस्ट पदार्पण करने का मौका मिला था।
पंकज ने भारत की तरफ से अपना एकमात्र वनडे मैच पांच जून, 2010 को हरारे में श्रीलंका के खिलाफ खेला था और तब वह कोई विकेट नहीं ले पाए थे। इंग्लैंड के जोस बटलर भी इस मैच के साथ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे हैं। उन्हें विकेटकीपर मैट प्रायर की जगह टीम में शामिल किया है।
पढे़ं: भारत को झटका, चोटिल इशांत को आराम
जडेजा को सजा देने पर धौनी आहत, कहा चीजों को नजरअंदाज किया गया