इस सत्र में कप्तानों ने प्रभावित किया

कभी गेंदबाजी में बदलाव कर, तो कभी फील्डिंग या बल्लेबाजी क्रम में बदलाव कर मैच जीते।

By ShivamEdited By: Publish:Thu, 18 May 2017 06:57 PM (IST) Updated:Fri, 19 May 2017 10:08 AM (IST)
इस सत्र में कप्तानों ने प्रभावित किया
इस सत्र में कप्तानों ने प्रभावित किया

(सुनील गावस्कर का कॉलम)

इस साल आइपीएल में सबसे खास बात सभी प्रमुख टीमों की शानदार कप्तानी रही। टीम पर उनका प्रभाव काफी रहा और उन्होंने सही रणनीति से या सिर्फ अपने कौशल से मैच को अपने पक्ष में मोड़ दिया। कई मौकों पर उन्होंने टीम के सामने शानदार उदाहरण पेश किया। आमतौर पर टी-20 मैच में कप्तान बहुत ज्यादा कुछ नहीं कर पाता है, क्योंकि खेल बहुत तेजी से आगे बढ़ता है और पल-पल चीजें बदलती हैं। हालांकि इस संस्करण में कप्तानों का प्रभाव काफी रहा। कभी गेंदबाजी में बदलाव कर, तो कभी फील्डिंग या बल्लेबाजी क्रम में बदलाव कर मैच जीते।

गौतम गंभीर ने उम्दा बल्लेबाजी के साथ यह काम कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए किया। संशोधित लक्ष्य का हासिल करते हुए टीम ने तीन विकेट गंवा दिए थे, उस समय गंभीर ने बल्लेबाजी कर टीम को संभाला। इससे पहले गेंदबाजी में बदलाव की वजह से ही शक्तिशाली और फॉर्म में चल रही सनराइजर्स हैदराबाद 128 रन ही बना सकी। डेविड वार्नर और शिखर धवन इस लीग के शीर्ष स्कोरर रहे हैं और गंभीर ने गेंदबाजी में बदलाव कर यह सुनिश्चित किया कि वे टिक नहीं पाएं।

स्टीव स्मिथ ने भी अपनी टीम का नेतृत्व अच्छी तरह किया और पुणे को फाइनल में पहुंचाया। हालांकि उन्हें महेंद्र सिंह धौनी से काफी ज्यादा मदद मिली। विकेट के पीछे खड़े होकर भी वह फील्डिंग में थोड़ा बहुत बदलाव करते रहे। डेविड वार्नर ने भी शानदार कप्तानी की। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह अच्छी बात है कि उनके कप्तन और उप कप्तान सकारात्मक सोच के साथ प्रेरक लीडर भी हैं।

मुंबई उम्मीद कर रही होगी कि उनके बल्लेबाज कोलकाता के खिलाफ उम्मीदों पर खरा उतरें। बल्लेबाजी क्रम में थोड़ा बहुत बदलाव करने से काम नहीं चलेगा और रोहित शर्मा को ठोस कदम उठाना होगा। नॉकआउट मैचों में इस तरह के निर्णयों से मैच का पासा पलट सकता है और मुंबई के साथ ऐसा ही हुआ। मुंबई आखिरी ओवरों में गेंदबाजी के लिए भी विकल्प तलाश रही होगी, क्योंकि अंतिम ओवरों में ही मैच उनके हाथों से फिसला था। बुमराह ने आखिरी दो गेंदों पर शानदार यॉर्कर फेंकी, लेकिन उससे पहले वह दो छक्के खा चुके थे। मुंबई इस सत्र में कोलकाता को दोनों मैचों में हरा चुकी है, लेकिन कोलकाता ने जबरदस्त प्रतिबद्धता दिखाई है। इसलिए यह मैच काफी रोमांचक होने की उम्मीद है।

(पीएमजी)

chat bot
आपका साथी