ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के नए युग की शुरुआत, मीडिया ने ऑस्ट्रेलिया की टीम के प्रदर्शन का सराहा

ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ करा लिया।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Fri, 12 Oct 2018 06:42 PM (IST) Updated:Sat, 13 Oct 2018 09:44 AM (IST)
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के नए युग की शुरुआत, मीडिया ने ऑस्ट्रेलिया की टीम के प्रदर्शन का सराहा
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के नए युग की शुरुआत, मीडिया ने ऑस्ट्रेलिया की टीम के प्रदर्शन का सराहा

सिडनी, एएफपी। ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ करा लिया। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इसे सैंड पेपर प्रकरण के बाद ऑस्ट्रेलिया के नए युग की शुरुआत बताया गया है।

दक्षिण अफ्रीका में सैंड पेपर प्रकरण के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली बार विदेश का दौरा कर रही है और उस्मान ख्वाजा की शानदार 141 रन की पारी की बदौलत उन्होंने पाकिस्तान को ड्रॉ पर मजबूर कर दिया। एबीसी कॉलमिस्ट रिचर्ड हिंडस ने ऑस्ट्रेलिया टीम की हार से बचने के मुश्किल प्रयास की तारीफ की। उन्होंने कहा कि नए कोच जस्टिन लेंगर के निर्देशन में टीम ने अच्छी शुरुआत की। कोई भी दूसरा तैयारियों के बारे में लेंगर से ज्यादा नहीं जानता है। उनका करियर शानदार रहा है। अगर यह वाकई लेंगर युग का प्रदर्शन है तो डॉट गेंदें होने दीजिए। सभी रिपोर्ट में एक समान बात यह रही कि सभी ने लेंगर के परिश्रम और नए कप्तान टिम पेन के साथ काम करने के तरीके को सराहा है।

ईएसपीएनक्रिकइंफो के ऑस्ट्रेलियन लेखक डेनियल बे्रटिग ने कहा कि सैंड पेपर प्रकरण के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व कर सकता है। एएपी घरेलू न्यूज एजेंसी ने कहा कि लेंगर और पेन में काफी सकारात्मक चीजें देखने को मिली हैं। ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलियाई टीम यूएई में संघर्ष करेगी, लेकिन पेन और उनकी टीम ने गजब की क्षमता दिखाई।

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वापस पाया सम्मान : उस्मान

मेलबर्न, रायटर : पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट ड्रॉ कराने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा अपने प्रदर्शन से खुश हैं। उन्होंने 141 रन की पारी खेलकर अपने आलोचकों को भी करारा जवाब दिया, जो कहते थे कि उनका एशियाई धरती पर रिकॉर्ड खराब है। उस्मान ने कहा कि लोग सोचते हैं क्योंकि मैं शांत किस्म का इंसान हूं। मैं इस मुकाम पर अपने परिश्रम से पहुंचा हूं। मैं खुश हूं कि मैंने ऑस्ट्रेलियाई टीम को सम्मान वापस दिलाया। मैंने पिछले 10 वर्षो में अपने कौशल पर काम किया है, जिससे मैं विषम परिस्थितियों में खेल सकूं। सफलता का कोई भी राज नहीं है। यह सिर्फ मेहनत पर निर्भर है।

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