और बढ़ गई बेहतर हेलमेट की मांग..

ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बाद कई बल्लेबाजों ने बेहतर हेलमेट की मांग की है। अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान उन्मुक्त चंद ने कहा कि मैंने देवधर ट्रॉफी के लिए अपने किट प्रायोजक को नए डिजाइन के हेलमेट भेजने को कहा है।

By sanjay savernEdited By: Publish:Fri, 28 Nov 2014 07:55 PM (IST) Updated:Fri, 28 Nov 2014 08:03 PM (IST)
और बढ़ गई बेहतर हेलमेट की मांग..

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलिप ह्यूज की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बाद कई बल्लेबाजों ने बेहतर हेलमेट की मांग की है। अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान उन्मुक्त चंद ने कहा कि मैंने देवधर ट्रॉफी के लिए अपने किट प्रायोजक को नए डिजाइन के हेलमेट भेजने को कहा है।

उन्मुक्त ने कहा कि नए डिजाइन के हेलमेट में ग्रिल को गले के पास तक बढ़ाया गया है। इससे सिर के हिस्से के नाजुक अंग के खुले रहने की संभावना कम हो जाएगी। हेलमेट बनाने वाली कंपनी मसूरी ने 'विजन सीरीज एक्स-लाइन बाजार में उतारा है। इसमें कान के नीचे का हिस्सा भी कवर हो जाता है, जबकि पुराने हेलमेट में ऐसा नहीं था। पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर ने कहा कि मसूरी सर्वश्रेष्ठ हेलमेट बनाती है। इसके लिए निर्माता को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। मैं जो हेलमेट पहनता हूं, ह्यूज ने उससे इतर हेलमेट पहना था। यह सिर्फ भाग्य की बात है। उनके नाजुक अंग पर गेंद लगी।

वहीं, भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि यह सिर्फ हेलमेट की बात नहीं है। खिलाडिय़ों को भी जागरूक होना चाहिए। कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो चेस्ट गार्ड लगाए बिना खेलते हैं। मुझे लगता है कि यह गलत है। इससे सीने में चोट लग सकती है। पूर्व भारतीय विकेटकीपर और दिल्ली के कोच विजय दहिया को लगता है कि अब कई कंपनियों ने हेलमेट में बेहतर ग्रिल लगाकर और टाइटेनियम के वाइजर लगाने शुरू कर दिए हैं। टाइटेनियम के प्रयोग से बाउंसर के हेलमेट से टकराने पर असर कम होगा।

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