दिल्ली के लिए मैच विनर साबित हो सकते हैं स्पिनर

गुजरात लायंस को मजबूत बनाने में उसके ओपनर बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ और ब्रेंडन मैकुलम का अहम रोल है। रविवार से पहले तक इन दोनों को गेंदबाजी करना आसान नहीं था। लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब को इन्हें थामने में कामयाबी मिली। इस मैच से दूसरी टीमों को भी स्मिथ और मैकुलम

By sanjay savernEdited By: Publish:Mon, 02 May 2016 06:22 PM (IST) Updated:Tue, 03 May 2016 09:50 AM (IST)
दिल्ली के लिए मैच विनर साबित हो सकते हैं स्पिनर

(शास्त्री का कॉलम)

गुजरात लायंस को मजबूत बनाने में उसके ओपनर बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ और ब्रेंडन मैकुलम का अहम रोल है। रविवार से पहले तक इन दोनों को गेंदबाजी करना आसान नहीं था। लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब को इन्हें थामने में कामयाबी मिली। इस मैच से दूसरी टीमों को भी स्मिथ और मैकुलम के खिलाफ रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। पावरप्ले में इनके खिलाफ धीमी गति के गेंदबाजों को बॉलिंग करते ज्यादा देखा जा सकेगा।

मंगलवार को गुजरात की भिड़ंत दिल्ली डेयरडेविल्स से है। दिल्ली की टीम भी पंजाब से सबक लेते हुए गुजरात की मजबूत बल्लेबाजी पर ब्रेक लगाने के लिए धीमी गति के गेंदबाजों पर भरोसा दिखा सकती है। उसके पास अमित मिश्रा और इमरान ताहिर के रूप में दो बेहतरीन लेग स्पिनर हैं। दोनों की अपनी अलग शैली है जो बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए काफी है।

पिछले हफ्ते दिल्ली की भीषण गर्मी में दोनों टीमें आमने-सामने हुई थीं। तब कप्तान जहीर खान ने मिश्रा और ताहिर को आठवें ओवर तक गेंद नहीं थमाई थी। हो सकता है जहीर को स्पिनरों से ज्यादा तेज गेंदबाजों पर भरोसा था। शायद उन्हें शाहबाज नदीम पर दूसरों से ज्यादा भरोसा था। या फिर छोटी बाउंड्री और स्मिथ व मैकुलम की विस्फोटक बल्लेबाजी को देखते हुए वो शुरू में स्पिन गेंदबाजों को नहीं ले आए। आलम ये था कि स्मिथ ने जहीर के पहले ओवर में चार चौके जड़े, जबकि दूसरे ओवर में मैकुलम ने हवाई शॉट से उनका स्वागत किया। नदीम ने भी अपने शुरुआती दोनों ओवर में छक्के खाए। गुजरात ने चार ओवर पूरे होने से पहले ही फिफ्टी पूरी कर ली। इसके बाद मिश्रा और ताहिर ने गुजरात के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया।

नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आने वाले कप्तान सुरेश रैना के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। टी-20 फॉर्मेट में उनके साथ कुछ भी हो सकता है। मौजूदा सत्र में छह ऐसे मौके आए हैं। कैच, स्टंपिंग और बोल्ड हर बार वह अलग-अलग तरीके से आउट हुए हैं। ड्वेन ब्रावो और रवींद्र जडेजा के बल्ले अभी तक खामोश रहे हैं।

दिल्ली की पूरी कोशिश गुजरात से हिसाब बराबर करने की होगी। टीम के युवा बल्लेबाजों ने कोलकाता नाइटराइडर्स के सुनील नरेन और ब्रैड हॉग के खिलाफ संभल कर बल्लेबाजी की थी। दिल्ली के पास युवा और साहसी बल्लेबाज हैं जो किसी भी शॉट को परंपरा के विरुद्ध नहीं मानते। टीम के शीर्ष छह बल्लेबाजों ने किसी न किसी मौके पर रन बनाए हैं। हालांकि उसे अपने सबसे महंगे खिलाड़ी पवन नेगी से मायूसी ही मिली है।

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