हो गया धौनी के भविष्य का फैसला, अब शास्त्री ने माही को लेकर सुना दिया ये फरमान
धौनी श्रीलंका दौरे के समय अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे। उन्होंने वहां वनडे सीरीज में 82.23 की औसत से 162 रन बनाए।
मुंबई, आइएएनएस। टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने महेंद्र सिंह धौनी के अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर चल रही अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी फिटनेस और मौजूदा फॉर्म को देखते हुए टीम प्रबंधन रांची के इस स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज को हटाने के बारे में सोच भी नहीं सकता।
धौनी श्रीलंका दौरे के समय अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे। उन्होंने वहां वनडे सीरीज में 82.23 की औसत से 162 रन बनाए। पूर्व भारतीय कप्तान ने श्रीलंका में विकेट के पीछे भी अपने चुस्त प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा था। वह सौ स्टंप करने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर भी बने। शास्त्री ने कहा कि मौजूदा फॉर्म और फिटनेस दोनों धौनी के पक्ष में है। अगले विश्व कप में भारतीय टीम को धौनी की जरूरत होगी। शास्त्री ने धौनी की तुलना सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और कपिल देव जैसे महान खिलाड़ियों से की और कहा कि उनकी उपलब्धियों का सम्मान किया जाना चाहिए।
युवी-रैना के लिए बंद नहीं हुए दरवाजे: कोच ने टीम इंडिया से बाहर चल रहे विस्फोटक बल्लेबाज युवराज सिंह और सुरेश रैना को लेकर कहा कि उनके लिए भारतीय टीम के दरवाजे बंद नही हुए हैं और इनकी वापसी हो सकती है। उन्होंने कहा कि वापसी के लिए फिटनेस जरूरी है और युवराज व रैना अगर फिट होंगे तो उनकी टीम में वापसी होगी।
पहले दो मैच अहम : शास्त्री ने 17 सितंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू होने वाली वनडे सीरीज को लेकर कहा कि जो टीम पहले दो मैच जीत लेगी वह सीरीज अपने नाम कर लेगी। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो मैच बहुत महत्वपूर्ण हैं और हमें शुरुआती दोनों मैच जीतने होंगे। शुरू के दो मैच सीरीज का फैसला कर देंगे। ऑस्ट्रेलिया से हमें जबरदस्त टक्कर मिलेगी। लेकिन हमारा गेंदबाजी आक्रमण बहुत मजबूत है और यंगिस्तान में प्रतिभा बहुत ज्यादा है।
खिलाड़ियों को आराम देना जरूरी : शास्त्री ने खिलाड़ियों को आराम न मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जितना क्रिकेट हो रहा है उसके लिए हमें 20-25 खिलाड़ी चाहिए। एक खिलाड़ी के लिए हर फॉर्मेट खेलना बहुत मुश्किल है इसलिए खिलाड़ियों को आराम देना जरूरी है मैंने इस बारे में बीसीसीआइ से बात की है कि दौरे और सीरीज के दौरान खिलाड़ियों को आराम मिलना चाहिए। खिलाड़ी मानसिक रूप से थक रहे हैं। शास्त्री ने कप्तान विराट कोहली की आक्रामकता का समर्थन करते हुए कहा कि उनका जोश में रहना टीम के लिए अच्छा है। उनके सामने घुमाफिरा के बात नहीं कर सकते।