क्रिकेट इतिहास का सबसे छोटा ODI मैच, जानिए कब और क्यों हुआ था ऐसा
इस मैच में भारतीय खिलाड़ी अजय जडेजा ने अपना डेब्यू किया था।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। 28 फरवरी का दिन क्रिकेट इतिहास में बेहद ही खास है, क्योंकि 1992 में आज ही के दिन भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया मैच क्रिकट के इतिहास का सबसे छोटा वनडे मैच माना जाता है। मैकेय, क्वींसलैंड में खेले गए इस मैच में भारतीय खिलाड़ी अजय जडेजा ने अपना डेब्यू किया था। विश्वकप 1992 में भारत का मुकाबला श्रीलंका की टीम से था। ये मैच मैकेय के हर्रप पार्क में खेला जाना था। इस मैदान पर खेला जाने वाला ये पहला अंतरराष्ट्रीय मैच था। मैकेय को ऑस्ट्रेलिया का ‘शुगर कैपिटल’ भी कहा जाता है।
नहीं किया गया था मैच का लाइव टेलीकास्ट
ऑस्ट्रेलिया के जिस मैदान पर ये मुकाबला खेला जाना था, वो ऐसी जगह पर है जहां दिसंबर से मार्च के बीच भारी बारिश होती है। साल 1958 में 18 फरवरी को यहां 878 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जिसके बाद मैकेय में बाढ़ आ गई थी। उस समय में ये स्थान इतना दूरवर्ती था कि इस मैच का लाइव टेलीकास्ट भी नहीं किया जा सका था। मैच से पहले भी काफी बारिश हुई थी, लंच तक तो ऐसा लग ही नहीं रहा था कि इस जगह कोई मैच हो भी सकेगा। हालांकि आयोजकों ने यहां होने वाले पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच को इतनी आसानी से रद्द नहीं होने दिया। उन्होंने पिच को सुखाने के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया। इससे पिच सूख गई और लंच ब्रेक के दौरान भारतीय खिलाड़ी मैदान पर आए जिसके बाद प्रशंसकों में कुछ उत्साह बढ़ा। बारिश की वजह से अंपायरों ने मैच को 50-50 से 20-20 ओवर का कर दिया।
(मैकेय के मैदान की तस्वीर, इसी मैदान पर ये मैच खेला गया था।)
इस वजह से फेंकी जा सकी सिर्फ दो गेंद
श्रीलंका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाज़ी के लिए मैदान पर आने को कहा, जब मैच शुरु हुआ तो भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने कपिल देव को कृष्णामचारी श्रीकांत से साथ सलामी बल्लेबाजी के लिए भेजकर सभी को चौंका दिया। यह पहला मौका था जब कपिल देव ने ओपनिंग करने के लिए मैदान पर उतरे थे। साथ ही ये मैच अजय जडेजा का वनडे पर्दापण मैच था। श्रीलंकाई कप्तान अरविंदा डी सिल्वा ने गेंद चंपका रामानायके को थमाई। पहली गेंद पर श्रीकांत ने बल्ले से रोका और अगली गेंद पर एक रन लिया। जिसके बाद फिर से आसमान में बादल दिखने लगे और सभी खिलाड़ी भागते हुए पवेलियन पहुंचे। इसके बाद बारिश रुकी ही नहीं और मैच का पूरा समय निकल गया। डेविड शेपहर्ड और इयॉन रॉबिनसन ने मैच को रद्द घोषित कर दिया।
टॉस के बाद भी नहीं हो सके हैं मैच
विश्व क्रिकेट में ऐसा भी हुआ है जब टॉस हो गया हो, लेकिन बारिश की वजह से मैच शुरू नहीं हो सका हो, लेकिन उन मुकाबलों को हम छोटा मैच नहीं कह सकते, क्योंकि उन मैचों में एक भी गेंद नहीं फेकी जा सकी थी। दो मौके ऐसे भी रहे हैं, जब टॉस के बाद ही मैच को रोक देना पड़ा।
साल 2004 में नेटवेस्ट ट्रॉफी में रोस बाउल में न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला गए वनडे मैच टॉस के बाद रोक दिया गया। कप्तान ब्राइन लारा ने इस मैच में टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया था।
साल 2006-07 में सेडन पार्क में न्यूजीलैंड बनाम श्रीलंका मैच में एक भी गेंद नहीं डाली जा सकी। टॉस के बाद ही मैच रद्द कर दिया गया, जह स्टीफेन फ्लेमिंग ने गेंदबाजी का चुनाव किया था।