सीरीज़ गंवाने के बाद तिलमिलाए कप्तान कोहली, सवाल पूछने पर पत्रकार से उलझे

2014-15 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने के बाद भारतीय टीम पहली बार टेस्ट सीरीज हारी।

By Pradeep SehgalEdited By: Publish:Thu, 18 Jan 2018 11:51 AM (IST) Updated:Thu, 18 Jan 2018 06:15 PM (IST)
सीरीज़ गंवाने के बाद तिलमिलाए कप्तान कोहली, सवाल पूछने पर पत्रकार से उलझे
सीरीज़ गंवाने के बाद तिलमिलाए कप्तान कोहली, सवाल पूछने पर पत्रकार से उलझे

सेंचुरियन, अभिषेक त्रिपाठी। भारतीय टीम ने कपिल देव, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और महेंद्र सिंह धौनी जैसे कप्तान दिए। इसमें सबसे ज्यादा आक्रामक सौरव गांगुली रहे। हालांकि, वह भी क्रीज पर ही आक्रामक रहते थे। बाकी जगह वह भी शांत हो जाते थे, लेकिन वर्तमान कप्तान विराट कोहली इस कला को अब तक सीख नहीं पाए हैं। वैसे भारतीय टीम की ये हार काफी समय के बाद आई है। 2014-15 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने के बाद भारतीय टीम पहली बार टेस्ट सीरीज हारी है।

लगभग तीन साल से भारत की कप्तानी कर रहे विराट मैदान में तो आक्रामक रहते ही हैं, मैदान के बाहर भी वह आक्रामक हो जाते हैं। निश्चित तौर पर उन्हें अपने पूर्ववर्ती कप्तान महेंद्र सिंह धौनी से शांत रहने की कला सीखनी होगी, क्योंकि टीम को जीत मिले या हार यह कला ही कप्तान के लगातार काम आती है।

कोहली नहीं सह पाए सवालों के तीर 

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच हारने के बाद जब भारतीय कप्तान प्रेस कांफ्रेंस में आए तो उनके खिलाफ सवालों की झड़ी लगना तय थी, लेकिन कठिन सवालों को कोहली झेल नहीं पाए। धौनी यह काम आसानी से कर लेते थे, लेकिन कोहली उलटे ही पत्रकारों से सवाल पूछने लगे। शायद कप्तान को यह हार और उसके बाद चुभते हुए सवाल बर्दाश्त नहीं हुए। जब एक दक्षिण अफ्रीकी पत्रकार ने कोहली से पूछा कि आप भारत में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन जब यहां आते हैं तो आपकी निरंतरता कायम नहीं रहती। क्या इसका कारण आपका अंतिम एकादश ठीक तरह से न चुनना है या बल्लेबाजी का सही से न चलना है?

पत्रकारों से उलझ गए कप्तान

इस पर कोहली गुस्से में आ गए और उन्होंने पत्रकार से ही दक्षिण अफ्रीकी टीम के भारत में इतिहास के बारे में पूछना शुरू कर दिया। कोहली ने कहा, लगातार बदलाव के बाद हमने कितने मैच जीते हैं? इसके जवाब में पत्रकार ने कहा कि यकीनन आपने मुकाबले जीते, लेकिन अपने घर में। कोहली ने फिर से उन्हें जवाब देते हुए कहा, हमने 21 जीते और सिर्फ दो हारे (हालांकि, यह आंकड़ा गलत है)। कोहली यहीं नहीं रुके, उन्होंने यहां तक कह दिया कि मैं यहां जवाब देने आया हूं, आपसे लड़ने के लिए नहीं। साथ ही कोहली ने पूछा कि दक्षिण अफ्रीका ने भारत में आकर कितने मैच जीत लिए। इसके बाद मामले को बढ़ता देख मीडिया मैनेजर ने किसी तरह मुद्दे को संभाला और दूसरे पत्रकार से सवाल पूछने को कहा।

इससे पहले जब एक भारतीय पत्रकार ने उनसे पूछा कि आप पिछले काफी समय से भारतीय उपमहाद्वीप में खेल रहे हैं और वहां अंतिम एकादश चुनने का आपके पास सर्वश्रेष्ठ फॉर्मूला रहा है। यह भी वैसी ही पिच थी। आप अपने सर्वश्रेष्ठ एकादश के फॉर्मूले को नहीं अपना पाए, तो उन्होंने कहा कि क्या सर्वश्रेष्ठ एकादश है? आपका सर्वश्रेष्ठ एकादश क्या है? अगर हम यह मैच जीत जाते तो सर्वश्रेष्ठ एकादश क्या होता? जब पत्रकार ने उनसे कहा कि मेरा सवाल इस पिच पर अंतिम एकादश चुनने को लेकर है, तो उन्होंने कहा कि हम रिजल्ट के आधार पर टीम का चयन नहीं करते हैं।

'दबाव नहीं सह पाते कोहली'

कोहली के रवैये पर दक्षिण अफ्रीकी पत्रकार थांडो ने कहा कि हार के बाद हमेशा विराट इसी तरह बात करते हैं। वह दबाव सह नहीं पाते। कप्तान का रवैया सीरीज का निर्णय तय कर देता है। फाफ और कोहली को देखने के बाद भारत 0-3 से सीरीज हारने वाली है। दूसरा टेस्ट शुरू होने के पहले जब कोहली से पूछा गया था कि क्या इस मैच में अजिंक्य रहाणे को खिलाएंगे तो उन्होंने कहा था कि एक सप्ताह पहले कोई नहीं कह रहा था कि रहाणे को टीम में होना चाहिए, लेकिन इतनी जल्दी ऐसा क्या बदल गया।

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