चैंपियंस ट्रॉफी हिस्ट्री: जब अमेरिका भी उतरा क्रिकेट के मैदान में तो उड़ गए उसके तोते

अमेरिका भी उतरा क्रिकेट के मैदान में...

By Bharat SinghEdited By: Publish:Mon, 29 May 2017 11:42 AM (IST) Updated:Tue, 30 May 2017 10:26 AM (IST)
चैंपियंस ट्रॉफी हिस्ट्री: जब अमेरिका भी उतरा क्रिकेट के मैदान में तो उड़ गए उसके तोते
चैंपियंस ट्रॉफी हिस्ट्री: जब अमेरिका भी उतरा क्रिकेट के मैदान में तो उड़ गए उसके तोते

नई दिल्ली, जेएनएन। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका (यूएसए) को 2004 चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में पहली बार आइसीसी के किसी टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला। उसे ग्रुप 'ए' में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया था। वह अपने दोनों लीग मुकाबले हारकर बाहर हो गया। 

रिचर्ड स्टेपल की अगुआई वाली टीम को पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों 210 रन से हार मिली। न्यूजीलैंड ने पहले खेलते हुए 347 रन बनाए थे, जिसके जवाब में यूएसए की टीम 42.4 ओवर में 137 रन पर ढेर हो गई। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे मैच में यूएसए की टीम नौ विकेट से हार गयी।

पहले खेलते हुए टीम मात्र 65 रन पर लुढ़क गई। उसका सिर्फ एक बल्लेबाज स्टीव मासिया (23) ही दहाई का आंकड़ा पार कर सका। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने मैथ्यू हेडन (23) का विकेट गंवाकर सिर्फ 7.6 ओवर में लक्ष्य हासिलॉ कर लिया।

फिर दिखी कैरेबियाई धमक

पहले दो विश्व कप (1975 व 1979) के विजेता वेस्टइंडीज की धमक एक बार फिर दिखी। ब्रायन लारा की अगुआई में कैरेबियाई टीम ने फाइनल में अंग्रेजों को दो विकेट से शिकस्त देकर पहली बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया। इंग्लैंड की ओर से मिले 218 रन के लक्ष्य को उसने सात गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।

हम पाकिस्तान से हारकर हुए बाहर

पिछले संस्करण में बारिश के चलते श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता बनी सौरव गांगुली की अगुआई वाली टीम इस बार लीग चरण में ही बाहर हो गई। उसे केन्या और पाकिस्तान के साथ ग्रुप 'सी' में रखा गया था। पहले मुकाबले में भारत ने केन्या को 98 से धोया। भारत ने गांगुली (90) और वीवीएस लक्ष्मण (79) के दम पर चार विकेट पर 290 रन बनाने के बाद उसे निर्धारित ओवर में सात विकेट पर 192 रन ही बनाने दिए। दूसरे मैच में उसे चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के हाथों तीन विकेट से शिकस्त के साथ बाहर होना पड़ा। भारत पहले खेलते हुए एक गेंद शेष रहते सिर्फ 200 रन पर आउट हो गई। इसमें राहुल द्रविड़ ने 67 रन की पारी खेली। जवाब में पाकिस्तान ने चार गेंद शेष रहते सात विकेट पर 201 रन बनाकर मैच जीतकर नॉकआउट में प्रवेश कर लिया। यूसुफ योहाना ने नाबाद 81 रन बनाए। 

पहला सेमीफाइनल: ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड

ऑस्ट्रेलिया: 259/9 (50 ओवर)

इंग्लैंड: 262/4 (46.3 ओवर)

परिणाम: इंग्लैंड छह विकेट से विजयी

मैन ऑफ द मैच: माइकल वॉन (इंग्लैंड)

दूसरा सेमीफाइनल: पाकिस्तान बनाम वेस्टइंडीज

पाकिस्तान: 131/10 (38.2 ओवर)

वेस्टइंडीज: 132/03 (28.1 ओवर)

परिणाम: वेस्टइंडीज सात विकेट से विजयी

मैन ऑफ द मैच: रामनरेश सरवन (वेस्टइंडीज)

फाइनल: इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज

इंग्लैंड: 217/10 (49.4 ओवर)

वेस्टइंडीज:  218/08 (48.5 ओवर)

परिणाम:  वेस्टइंडीज दो विकेट से विजयी

मैन ऑफ द मैच: इयान ब्रॉडशॉ (वेस्टइंडीज)

खास आंकड़े

10 से 25 सितंबर 2004 तक इंग्लैंड में यह टूर्नामेंट।

12 टीमों ने लिया इस बार हिस्सा। 

15 मैच खेले गए इस बार। 

261 रन (सर्वाधिक) रहे इंग्लैंड के मार्क्स ट्रेस्कोथिक के नाम। 

09 विकेट (सर्वाधिक) रहे इंग्लैंड के ही एंड्रयू फ्लिंटॉफ के नाम। 

145 रन रहा सर्वाधिक निजी स्कोर न्यूजीलैंड के नाथन एस्ले के नाम पर।

5/11 का आंकड़ा रहा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का जो पाकिस्तान के शाहिद आफरीदी ने की। 

07 छक्के रहे सर्वाधिक न्यूजीलैंड के क्रेग मैकमिलन के नाम पर।

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