जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के कप्तान ने बैन के बाद लिया संन्यास, इस मामले में विराट कोहली से हैं आगे

Zimbabwe captain Hamilton Masakadza टी 20 ट्राई सीरीज के बाद क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Tue, 03 Sep 2019 07:39 PM (IST) Updated:Tue, 03 Sep 2019 07:40 PM (IST)
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के कप्तान ने बैन के बाद लिया संन्यास, इस मामले में विराट कोहली से हैं आगे
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के कप्तान ने बैन के बाद लिया संन्यास, इस मामले में विराट कोहली से हैं आगे

 नई दिल्ली, जेएनएन। कुछ दिन पहले जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम (Zimbabwe cricket team) पर आईसीसी (ICC) ने बैन लगा दिया था और उसके बाद इस टीम के खिलाड़ियों ने क्रिकेट को अलविदा कहना शुरू कर दिया था। अब एक बार फिर से टीम के कप्तान व अनुभवी बल्लेबाज हैमिल्टन मसाकाद्जा _Hamilton Masakadza) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उनके इस फैसले ने सबको चौंका दिया है। हैमिल्टन बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले ट्राई सीरीज के बाद क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। इनके इस फैसले की जानकारी जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से दी है। 

BREAKING: @ZimCricketv captain Hamilton Masakadza has announced he will be retiring from all forms of international cricket after the T20I tri-series in Bangladesh #ThankYouHami #Legend pic.twitter.com/UkO2jCR6wB — Zimbabwe Cricket (@ZimCricketv) September 3, 2019

हैमिल्टन मसाकाद्जा (Hamilton Masakadza retirement) को जिम्बाब्वे को दिग्गज क्रिकेटरों में शुमार किया जाता है। वो अपनी टीम के लिए 18 वर्ष से खेल रहे हैं और इस दौरान उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। 36 वर्ष के हो चुके हैमिल्टन ने 17 साल की उम्र में ही टेस्ट में शतक लगाया था। उन्होंने 2001 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हरारे में 119 रन बनाए थे और इतनी कम उम्र में टेस्ट शतक लगाने वाले वे जिम्बाब्वे के पहले और दुनिया के चौथे खिलाड़ी बने थे। इस शतक को लगाने के बाद वो फिर से खेलते नजर नहीं आए। दरअसल अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए उन्होंने तीन वर्ष के लिए क्रिकेट से ब्रेक ले लिया था। जब वो वापस लौटे तब उनका फॉर्म सही नहीं था और उन्हें टीम में नहीं चुना गया। 

तीन वर्ष तक टीम से बाहर रहने के बाद उन्हें वर्ष 2005 में फिर से टीम में वापस लिया गया। उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका दिया गया था पर वो कुछ खास सफल नहीं रहे। डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने के बाद उन्हें दूसरा शतक लगाने में दस साल का वक्त लगा। 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में उन्होंने 104 रन की पारी खेली थी। हैमिल्टन मसाकाद्जा ने 38 टेस्ट में 30.04 की औसत से 2223 रन बनाए जिसमें 5 शतक और 8 अर्धशतक शामिल हैं। उनका बेस्ट स्कोर 158 रन हैं। इसके अलावा उन्होंने 62 टी20 मैच खेलकर 25.48 की औसत से 1529 रन बनाए। 

हैमिल्टन मसाकाद्जा ने 209 वनडे मैचों में 27.73 की औसत से 5658 रन बनाए हैं और उनके नाम पर 5 शतक और 34 अर्धशतक हैं। वनडे में उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 178 रन हैं। वनडे में एक रिकाॅर्ड ऐसा है जिसमें उनका नाम विराट कोहली से भी ऊपर है। दरअसल पांच मैचों की द्विपक्षीय सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के फखर जमां के नाम पर है। फखर इस मामले में 515 रन से साथ पहले स्थान पर हैं जबकि हैमिल्टन दूसरे स्थान पर 467 रन के साथ हैं। वहीं तीसरे स्थान पर विराट कोहली हैं जिन्होंने पांच मैचों की किसी भी वनडे सीरीज में कुल 453 रन बनाए हैं। 

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी