अनिल कुंबले ने अकेले पाकिस्तानी टीम को किया था ऑल आउट, भारतीय खिलाड़ियों पर था दबाव

Anil Kumble 10 Wickets अनिल कुंबले आज ही के दिन एक ऐसा इतिहास रचा था जिसे अभी तक कोई भी नहीं तोड़ पाया है। अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच की एक पारी में दस विकेट अपने नाम करने का रिकॉर्ड बनाया था।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Sun, 07 Feb 2021 02:42 PM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2021 02:42 PM (IST)
अनिल कुंबले ने अकेले पाकिस्तानी टीम को किया था ऑल आउट, भारतीय खिलाड़ियों पर था दबाव
कुंबले ने दस विकेट अपने नाम किए थे

नई दिल्ली, जेएनएन। Anil Kumble 10 Wickets: भारतीय टीम के स्पिनर अनिल कुंबल को इसलिए महान स्पिनर कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने तमाम महान कार्य भारतीय टीम के लिए किए हैं। ऐसा ही एक महान काम उन्होंने आज ही के दिन यानी 7 फरवरी को किया था। साल 1999 में उस दौर की सबसे खतरनाक टीम पाकिस्तान के खिलाफ अनिल कुंबले ने ऐसा चक्रव्यूह रचा, जिसमें एक या दो नहीं, बल्कि पाकिस्तान की पूरी टीम फंस गई।

दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर अनिल कुंबले ने पाकिस्तान की पूरी पारी को आउट कर दिया। कुंबले ने अकेले दस विकेट हासिल किए। 7 फरवरी 1999 को ये इतिहास रचा गया। हालांकि, पूर्व भारतीय क्रिकेटर बताते हैं कि आखिरी विकेट से पहले उनके ऊपर दबाव था। भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दौरान कमेंट्री पैनल में शामिल वीवीएस लक्ष्मण ने इस बात का खुलासा किया है कि भारतीय खिलाड़ी दबाव में थे।

वीवीएस ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा कि मेरे पर, सौरव गांगुली पर और राहुल द्रविड़ पर दबाव था कि किसी अन्य गेंदबाज की गेंद पर कैच नहीं लेना है, क्योंकि अनिल कुंबले 9 विकेट चटका चुके थे। इसके अलावा ये भी दबाव था कि अनिल कुंबले की गेंद पर क्लोज फील्डर होने के नाते हमें कैच पकड़ना ही पकड़ना है। यही हुआ भी, लेकिन एक बार सदगोपन रमेश लगभग कैच पकड़ बैठे थे, लेकिन कुछ ही पलों के अंदर उन्होंने कैच ड्रॉप कर दिया था।

अनिल कुंबले के 10 विकेट इसलिए भी खास हैं, क्योंकि पाकिस्तान की टीम ने पहला मैच हारकर भी जीत लिया था। दरअसल, भारत की टीम जीत की ओर बढ़ रही थी, लेकिन एकाएक सचिन तेंदुलकर आउट हो गए। उन्होंने शतक जड़ा था। उनके बाद भारत को जीत के लिए 17 रन बनाने थे और तीन विकेट बाकी थे, लेकिन भारतीय टीम 17 रन नहीं बना पाई और सभी विकेट खो दिए। इस तरह भारत को 12 रन से हार का का सामना करना पड़ा।

वहीं, अगर बात करें दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की तो उसमें 80 रन की बढ़त पहली पारी में हासिल करने के बाद भारत ने दूसरी पारी में 339 रन बनाए और पाकिस्तान के सामने 420 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में पाकिस्तान को शाहिद अफरीदी और सईद अनवर ने शतकीय शुरुआत दी, लेकिन 101 रन के स्कोर पर पहला विकेट अनिल कुंबले ने झटका। इसके बाद विकेटों को झड़ी लग गई औरपाकिस्तानी बल्लेबाज पवेलियन लौटते चले गए।

संयोग ये बना कि हर एक पाकिस्तानी बल्लेबाज अनिल कुंबले का ही शिकार होता चला गया। कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने एक छोर से अनिल कुंबले से लगातार गेंदबाजी कराई। पाकिस्तान की टीम 207 रन पर ढेर हो गई और सभी विकेट अनिल कुंबले ने अपने नाम किए। भारत ने मैच 212 रन से जीता। इस मैच में लेग स्पिनर अनिल कुंबल ने कुल 14 विकेट चटकाए थे, जिसमें चार विकेट पहली पारी के थे और बाकी के 10 विकेट दूसरी पारी में लिए थे।

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा दूसरी बार था जब एक ही गेंदबाज ने विपक्षी टीम के सभी खिलाड़ियों को आउट किया हो। 1999 से पहले 26 जुलाई 1956 को इंग्लैंड टीम के गेंदबाज जिम लैकर ने कंगारू टीम को अकेले ऑलआउट किया था। इनके बाद अनिल कुंबले का नाम आता है और अभी तक कोई भी एशियाई गेंदबाज एक पारी में 10 विकेट नहीं चटका पाया है। किसी गेंदबाज ने 9 तो किसी ने 8 विकेट एक पारी में जरूर हासिल किए हैं।

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