Ind vs Aus: 'कन्कशन विवाद' पर बोले कुंबले, फीजियो बुलाना चोटिल खिलाड़ी नहीं अंपायर का काम

मुझे नहीं लगता कि फीजियो को बुलाना उनका फैसला नहीं था। यह तो अंपायर का फैसला होता है कि वह खेल को रोकें और फीलियो को मैदान पर बुलाएं। ऐसा इसलिए नहीं हुई क्योंकि जडेजा ने दौड़कर एक रन लिया और इसके बाद भी खेलना जारी रखा। वह ठीक थे।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Sun, 06 Dec 2020 12:57 AM (IST) Updated:Sun, 06 Dec 2020 01:08 AM (IST)
Ind vs Aus: 'कन्कशन विवाद' पर बोले कुंबले, फीजियो बुलाना चोटिल खिलाड़ी नहीं अंपायर का काम
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और स्पिनर युजवेंद्र चहल (फोटो ट्विटर पेज BCCI)

नई दिल्ली, आईएएनएस। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टी20 मैच के दौरान रवींद्र जडेजा के चोटिल होने के बाद कन्कशन को लेकर विवाद हुआ था। जडेजा की जगह पर गेंदबाजी के लिए युजवेंद्र चहल को सब्सीट्यूट के तौर पर टीम में शामिल किया गया। ऑस्ट्रेलिया की टीम की तरफ से इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की गई थी।

पूर्व भारतीय कप्तान और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुंबले ने कहा, फिल ह्यूज के साथ हुई दुखत घटना के बाद कुछ साल पहले ही इस नियम को बनाने पर मजबूर होना पड़ा। एक सब्सीट्यूट खिलाड़ी को शामिल किए जाने का नियम लाया ताकि जब किसी के सिर पर चोट लगे और कन्कशन एक बहुत बड़ी चीज होती है। मुझे पता है कि जडेजा को मांसपेशी में खिंचाव आया था इससे पहले की उनको सिर पर चोट लगी। जब भी हम इस बात को कहते हैं कि उनको सिर पर चोट लगी थी तो इसका रिप्लेसमेंट से कोई लेना देना नहीं है।

मुझे नहीं लगता कि फीजियो को बुलाना उनका फैसला नहीं था। यह तो अंपायर का फैसला होता है कि वह खेल को रोकें और फीलियो को मैदान पर बुलाएं। ऐसा इसलिए नहीं हुई क्योंकि जडेजा ने दौड़कर एक रन लिया और इसके बाद भी खेलना जारी रखा। वह ठीक थे।

यह जरूरी नहीं है कि कन्कशन हमेशा ही मैदान पर चोट लगने के वक्त ही हो। आप ड्रेसिंग रूम में वापस लौटने कर आते हैं इसके बाद आपको सिर में दर्ज होता है या तो चक्कर आता है। तब डॉक्टर आते हैं और बताते हैं कि चीजों को रोकना है या नहीं। हो सकता है इनके मामले में भी ऐसा ही कुछ हुआ हो।

जडेजा ने अपनी बल्लेबाजी कर ली थी तो आप इसके बाद जो वो कर सकते थे उसकी तरफ ध्यान देते हैं। वह एक स्पिनर हैं, इसी वजह से स्पिनर को उनकी जगह टीम में शामिल करने का फैसला लिया गया। अगर उनकी भूमिका के बदले खिलाड़ी को शामिल था मतलब जैसे कन्कशन उनको गेंदबाजी करने के समय होता यानी चोट लगती तो फिर चहल को उनकी जगह नहीं उतारा जाता क्योंकि वह बल्लेबाजी नहीं कर पाते। आप एक बल्लेबाज को देखते तो फिर चहल यकीनन इस लिस्ट में 15वें स्थान पर रहते। इस मामले में तो मैं उनको कन्कशन के रिप्लेसमेंट के तौर पर नहीं देखता।

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