भयंकर दर्द में बल्लेबाजी करते हुए किस बल्लेबाज को याद कर रहे थे आर अश्विन, किया खुलासा

India vs Australia भारतीय टीम के ऑलराउंडर आर अश्विन ने बताया कि जब वो सिडनी टेस्ट मैच के आखिरी दिन बल्लेबाजी कर रहे थे तब उस दौरान वो किस बल्लेबाज को याद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें यकीन नहीं हो रहा था कि मैच ड्रॉ हो गया।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 05:35 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 05:35 PM (IST)
भयंकर दर्द में बल्लेबाजी करते हुए किस बल्लेबाज को याद कर रहे थे आर अश्विन, किया खुलासा
भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर आर अश्विन (एपी फोटो)

नई दिल्ली, जेएनएन। भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के दौरान ऐसा लग रहा था कि, टीम इंडिया मुकाबला हार जाएगी, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने जो जज्बा दिखाया को कमाल का था। पुजारा, रिषभ पंत, हनुमा विहारी और आर अश्विन ने अपनी कमाल की बल्लेबाजी से मैच को ड्रॉ करा दिया। इस मैच में खास तौर पर सबसे ज्यादा तारीफ हनुमा विहारी और आर अश्विन की करनी होगी जिन्होंने 250 से भी ज्यादा गेंदों का सामना किया और कंगारू टीम को नहीं जीतने दिया। 

सिडनी में जब पांचवें दिन हनुमा विहारी के साथ आर अश्विन बल्लेबाजी कर रहे थे उस वक्त वो भयंकर दर्द से गुजर रहे थे। उनकी ये हालत थी की वो ना तो ठीक से खड़े हो सकते थे और ना ही झुक सकते थे, लेकिन उन्हें ये पता था कि क्या करना है और उन्होंने बखूबी हनुमा विहारी का साथ निभाया। अश्विन ने 128 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 39 रन बनाए और मैच ड्रॉ कराने के बाद पवेलियन वापस लौटे। अब बल्लेबाजी के समय उन्हें किस बल्लेबाज से प्रेरणा मिली इसका खुलासा उन्होंने खुद किया। 

आर अश्विन ने बीसीसीआइ डॉट टीवी से बात करते हुए इस बात का खुलासा किया कि, वो अपनी पारी के दौरान खुद से कह रहे थे कि वो फॉफ डुप्लेसिस की तरह से बल्लेबाजी कर सकते हैं जैसा कि उन्होंने साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। दरअसल साल 2012 में डुप्लेसिस ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 376 गेंदों पर 110 रन की पारी खेलकर कंगारू टीम की जीत के मंसूबों पर पानी फेर दिया था। अश्विन का कहना है कि, उन्हें अब भी इस परिणाम पर भरोसा नहीं हो पा रहा। 

अश्विन ने कहा कि, मैं बता नहीं सकता कि कैसा महसूस कर रहा हूं, लेकिन ये यकीनन विशेष था। जब मैच ड्रॉ हुआ तो हम दोनों को (अश्विन व हनुमा विहारी) पता ही नहीं था कि क्या हुआ, हम बिल्कुल सन्न थे। हमें शायद पता था कि क्या करना है और हम दोनों ही एक-एक गेंद पर फोकस कर रहे थे। अश्विन ने कहा कि नाथन लियोन का सामना करना आसान था क्योंकि तेज गेंदबाजों को खेलते समय उनकी पीठ में दर्द था। उन्होंने यह भी बताया कि शरीर में दर्द होने के बाद भी वह शॉट्स लेने क्यों गए।

उन्होंने कहा कि लियोन गेंदबाजी कर रहे थे। शुरुआत की तीन-चार गेंदें मैंने खेली और मेरी पीठ का दर्द मेरी गर्दन के निचले हिस्से से जा रहा था। इसलिए मैं विहारी के पास गया कि मुझे यह शॉट नहीं खेलना चाहिए था। इससे मेरे शरीर में दर्द होने लगा। अगर मैं ब्रेक लेता, और उन पर वह शॉट नहीं खेलता तो मेरी पीठ फिर से सख्त सी हो गई थी। इसलिए मैंने विहारी से कहा कि मैं यहां रहकर उन पर कुछ शॉट खेल सकता हूं क्योंकि अगर मैं नहीं खेलूंगा तो मेरी पीठ और कठोर सी हो जाएगी। 

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