डु प्लेसिस ने कहा- MS Dhoni को टीम मीटिंग पर नहीं था ज्यादा भरोसा, ये थी उनकी सबसे बड़ी ताकत

फॉफ डु प्लेसिस ने कहा कि धौनी कभी भी टीम मीटिंग पर ज्यादा भरोसा नहीं करते थे वो सही फैसला करते थे और उन्हें खुद पर विश्वास था।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Thu, 14 May 2020 04:25 PM (IST) Updated:Thu, 14 May 2020 04:25 PM (IST)
डु प्लेसिस ने कहा- MS Dhoni को टीम मीटिंग पर नहीं था ज्यादा भरोसा, ये थी उनकी सबसे बड़ी ताकत
डु प्लेसिस ने कहा- MS Dhoni को टीम मीटिंग पर नहीं था ज्यादा भरोसा, ये थी उनकी सबसे बड़ी ताकत

नई दिल्ली, प्रेट्र। MS Dhoni एक अपरंपरागत और यूनिक लीडर हैं जिनकी सबसे बड़ी ताकत उनकी खुद की सोच और साहसिक भावना है ऐसा मानना है सीएसके के खिलाड़ी और धौनी के टीममेट फॉफ डु प्लेसिस का। साउथ अफ्रीका के इस पूर्व कप्तान ने धौनी के साथ काफी वक्त बिताया है और वो साल 2011 में आइपीएल के साथ जुड़े थे और वो इस टीम के सफल यात्रा का अहम हिस्सा रहे हैं। 

डु प्लेसिस ने बांग्लादेश के वनडे कप्तान तमीम इकबाल से साथ बात करते हुए फेसबुक लाइव सेशन के दौरान कहा कि वो दूसरे खिलाड़ियों को काफी अच्छे से पढ़ लेते हैं और मैदान पर अपना फैसला लेने के लिए इसका उपयोग करते हैं। क्रिकेट को लेकर उनके पास कमाल की गट फीलिंग है और यही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। 35 साल के इस खिलाड़ी ने कहा कि धौनी ने मेरी ये धारणा बदल दी कि कप्तान कैसा होना चाहिए। 

डु प्लेसिस ने कहा कि मेरे लिए ये देखना काफी दिलचस्प था कि एक कप्तान के तौर पर धौनी कितने अलग थे। मुझे ऐसा लगता था कि कप्तान टीम मीटिंग के दौरान जरूर बोलता है और इसके अलावा भी काफी बातें थीं, लेकिन धौनी बिल्कुल अलग थे। वो टीम मीटिंग में ज्यादा विश्वास नहीं करते थे। वह एक बहुत ही सहज कप्तान हैं, उन्हें इतना अच्छा क्रिकेट दिमाग मिला है कि वह मैदान पर सही निर्णय लेने के लिए इस पर भरोसा करते हैं। 

धौनी बेस्ट फिनिशर हैं इस पर उन्होंने कहा कि कोई इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकता कि बल्ले के साथ रांची का ये बल्लेबाज क्या कर सकता है। वो जरूरत से ज्यादा शांत हैं। डु प्लेसिस ने कहा कि उन्होंने कभी भी धौनी से ज्यादा बड़े फिनिशर के साथ नहीं खेला। मैदान के किनारे से उन्हें देखना कमाल का अनुभव है। उन्होंने कहा कि अगर कोई धौनी की तरह करना चाहे तो वो इसमें सफल नहीं हो सकता। वो सबसे यूनिक है जैसे कि वो गेंद को देरी के खेलते हैं और वो बहुत ही शांत हैं। वो अपना खेल अच्छी तरह से जानते हैं और एक गेंदबाज चुनते हैं और उसी के साथ जाते हैं। 

डु प्लेसिस ने कहा कि धौनी की कप्तानी में सीएसके के साथ खेलना साथ ही हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग के देखरेख में मैंने लीडरशिप के बारे में काफी कुछ सीखा। मैं लकी हूं कि मैंने सीएसके के साथ आइपीएल में मेरी जर्नी शुरू हुई और कप्तानी के बारे में मैंने काफी कुछ सीखा। मैंने धौनी और फ्लेमिंग से काफी कुछ सीखा क्योंकि दोनों ही महान कप्तान हैं। 

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