भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान बोले- आज तक नहीं पता कि मुझे BCCI ने बैन क्यों किया

भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा है कि उनको आज तक नहीं पता कि उन्हें क्रिकेट से आजीवन प्रतिबंधित क्यों किया गया था।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 08:50 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 08:50 AM (IST)
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान बोले- आज तक नहीं पता कि मुझे BCCI ने बैन क्यों किया
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान बोले- आज तक नहीं पता कि मुझे BCCI ने बैन क्यों किया

कराची, पीटीआइ। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से आजीवन प्रतिबंध हट गया है, लेकिन उनके पुनर्वास (rehabilitation) कई मायनों में पूरा नहीं हुआ है। भारत के पूर्व कप्तान का कहना है कि उन्हें पहली बार में ये पता नहीं है कि उनको किस वजह से प्रतिबंधित किया गया था। दिसंबर 2000 में अजहरुद्दीन को मैच फिक्सिंग में शामिल होने के आरोप के बीच बीसीसीआइ ने उन्हें क्रिकेट से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अजहरुद्दीन ये केस जीत गए। आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने उनके प्रतिबंध को रद किया और 2012 में इसे 'अवैध' करार दिया।

क्रिकेट पाकिस्तान के साथ एक साक्षात्कार के दौरान अपने जीवन के सबसे बुरे दौर में से एक लाइफ बैन को लेकर अजहरुद्दीन ने कहा, "जो हुआ उसके लिए मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता। मुझे वास्तव में इस बात का पता नहीं है कि मुझ पर प्रतिबंध लगाने का कारण क्या था, लेकिन मैंने इससे लड़ने का फैसला किया था और मैं आभारी हूं कि 12 साल बाद मैं इससे बरी हो गया। जब हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने जाने के बाद मैं बीसीसीआइ एजीएम की बैठक में गया तो मुझे बहुत अच्छा लगा।"

अजहरुद्दीन ने 99 टेस्ट खेले और 45 की औसत से 6125 रन बनाए। 15 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान उन्होंने 334 वनडे मैचों में 9378 रन बनाए। उनका करियर तीन लगातार शतकों के साथ शुरू हुआ था। 2019 में राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में उनके नाम पर एक स्टैंड बना था। कोलकाता में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए गुलाबी गेंद से डे-नाइट टेस्ट के दौरान उनको सम्मानित भी किया गया था।

99 टेस्ट खेलकर क्रिकेट छोड़ने वाले अजहरुद्दीन का कहना है कि उन्हें मैचों का शतक बनाने का कोई अफसोस नहीं है। अजहर ने कहा है, "मैं भाग्य में दृढ़ विश्वासी हूं और आपके भाग्य में जो कुछ भी है वह होता है। मैं इस तरह से देखता हूं कि कोई भी खिलाड़ी ऐसा नहीं करना चाहगा। इसलिए मुझे नहीं लगता कि बिना 100 टेस्ट खेले इस रिकॉर्ड को कोई तोड़ पाएगा कि मैंने 99 टेस्ट मैच खेले।" पूर्व कप्तान ने कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें लंबे समय तक भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।

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