'जसप्रीत बुमराह छोटे रनअप से तेज गेंदबाजी के कारण होते रहेंगे इंजर्ड'

माइकल होल्डिंग ने कहा कि बुमराह ज्यादा दिनों तक इस तरह की गेंदबाजी जारी नहीं रख सकते।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Wed, 13 May 2020 06:23 PM (IST) Updated:Wed, 13 May 2020 06:23 PM (IST)
'जसप्रीत बुमराह छोटे रनअप से तेज गेंदबाजी के कारण होते रहेंगे इंजर्ड'
'जसप्रीत बुमराह छोटे रनअप से तेज गेंदबाजी के कारण होते रहेंगे इंजर्ड'

मुंबई, प्रेट्र। वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने कहा कि छोटे रनअप के कारण बल्लेबाजों को भारतीय पेसर जसप्रीत बुमराह की गेंद की गति का अंदाजा लगाने में परेशानी होती है लेकिन वह इसे लंबे समय तक जारी नहीं रख सकते।

मैल्कम मार्शल, जोएल गार्नर और एंडी रॉबर्ट्स के साथ वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों की प्रसिद्ध चौकड़ी बनाने वाले इस पूर्व दिग्गज ने कहा, 'बुमराह पिच पर तेजी से गेंद को पटकते हैं। छोटे रनअप के साथ यह उन्हें विशेष बनाता है। बल्लेबाजों के लिए उनकी गेंद को पढ़ना मुश्किल हो जाता है। बुमराह को लेकर मेरी जो समस्या है, मैंने उन्हें बता दिया है। मैंने उन्हें आखिरी बार इंग्लैंड में देखा था। इतने छोटे रनअप और इतनी मेहनत को वह कितने समय तक जारी रख पाएंगे। उनका शरीर भी इंसान का है, वह मशीन नहीं हैं।'

बुमराह पीठ के निचले हिस्से में स्ट्रेस फ्रैक्चर के कारण चार महीने तक मैदान से बाहर रहे। उन्होंने इस साल जनवरी में वापसी की थी। होल्डिंग ने कहा कि बुमराह और मुहम्मद शमी भारत के खास तेज गेंदबाज है और यह 'सिर्फ गेंद की गति' के कारण नहीं है। गति का होना जरूरी है लेकिन यह तभी कारगर है जब इस पर नियंत्रण हो और इन दोनों का उस पर नियंत्रण है। शमी बहुत लंबे कद के नहीं हैं। वह बहुत फुर्तीले भी नहीं हैं लेकिन तेज गेंद फेंकते हैं। उसके पास नियंत्रण है और वह गेंद को थोड़ा स्विंग भी करते हैं।'

होल्डिंग ने कोविड-19 महामारी से उबरने के बाद गेंद को चमकाने के लिए कृत्रिम पदार्थ का उपयोग करने पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि वह नहीं जानते कि यह कैसे काम करेगा। होल्डिंग ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार या पसीने का उपयोग करना गेंदबाजों की स्वाभाविक प्रवृति है। गेंद हाथ में आने पर वह उस पर लार या पसीना लगाता है। यह नैसर्गिक है।

भारतीय गेंद निर्माता एसजी और ऑस्ट्रेलियाई गेंद निर्माता कूकाबुरा ने गेंद को चमकाने के लिए लार की जगह पॉलिश जैसे कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की बात कही है। होल्डिंग ने कहा कि यह गेंदबाजों के लिए दु:स्वप्न बन सकता है। निश्चित तौर पर समय के बाद आप सीख जाओगे और इससे सामंजस्य बिठाओगे। मैंने सुना है कि किसी तरह की पॉलिश का उत्पादन किया जा रहा है जो अंपायरों के पास रहेगी और आपको अंपायर के सामने गेंद चमकानी होगी।

ईमानदारी से कहूं तो मैं नहीं जानता कि यह कैसे काम करेगा। यह किस तरह की पॉलिश होगी। यह ऐसी पॉलिश होगी जो अंगुलियों पर चिपक जाए। क्या इसमें फिसलन होगी। अगर इसमें फिसलन होती है तो आप नहीं चाहोगे कि आपकी अंगुलियों में फिसलन हो क्योंकि इससे गेंद पर ग्रिप बनाने में मुश्किल होगी। मैं इन सब चीजों के बारे में जानने का इंतजार कर रहा हूं।

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