इस दिग्गज ने कहा, IPL से वेस्टइंडीज का नुकसान

हूपर ने कहा, ‘आइपीएल केवल छह सप्ताह के लिए होता है, लेकिन हमारी स्थिति यह है कि सुनील नारायण जैसे गेंदबाज 2013 के बाद से टेस्ट मैच नहीं खेले।

By Lakshya SharmaEdited By: Publish:Fri, 05 Oct 2018 10:47 AM (IST) Updated:Fri, 05 Oct 2018 10:52 AM (IST)
इस दिग्गज ने कहा, IPL से वेस्टइंडीज का नुकसान
इस दिग्गज ने कहा, IPL से वेस्टइंडीज का नुकसान

नई दिल्ली, जेएनएन।  वेस्टइंडीज के पूर्व ऑलराउंडर कार्ल हूपर ने कहा कि आइपीएल का आकर्षक अनुबंध हासिल करने की इच्छा के कारण कैरेबियाई टीम को टेस्ट क्रिकेट में नुकसान पहुंच रहा है। प्रतिभाशाली युवाओं का एकमात्र लक्ष्य इस टी-20 लीग में खेलना है। 

खिलाड़ियों और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के बीच पूर्व में विवाद जगजाहिर है। हूपर का मानना है कि आइपीएल ने लंबी अवधि के प्रारूप में टीम की परेशानियां बढ़ाई हैं। वेस्टइंडीज की तरफ से 102 टेस्ट मैच खेलने वाले हूपर दो टेस्ट मैचों की सीरीज में कमेंट्री करने के लिए 16 साल बाद भारत आए हैं। उन्होंने कहा कि हमें इससे (वेस्टइंडीज क्रिकेट पर आइपीएल के प्रभाव) अवगत होना चाहिए।

 टी-20 क्रिकेट बना रहना चाहिए। हूपर ने कहा कि आपको आज पांच साल पहले की तुलना में अधिक लीग में खेलने का मौका मिल रहा है। इससे हम प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि वेस्टइंडीज के अधिकतर युवा खिलाड़ियों का लक्ष्य किसी आइपीएल टीम से अनुबंध करना होता है। इससे उसकी वेस्टइंडीज क्रिकेट में उपलब्धता पर असर पड़ता है और इसमें टेस्ट क्रिकेट भी शामिल है।’ भुगतान विवाद और विश्व भर की टी-20 लीग में खेलने के विकल्प के कारण क्रिस गेल, ड्वेन ब्रावो, कीरोन पोलार्ड और सुनील जैसे खिलाड़ी छोटे प्रारूपों में खेलने को प्राथमिकता दे रहे हैं।

हूपर ने कहा, ‘आइपीएल केवल छह सप्ताह के लिए होता है, लेकिन हमारी स्थिति यह है कि सुनील नारायण जैसे गेंदबाज 2013 के बाद से टेस्ट मैच नहीं खेले। उन्होंने अपने अंतिम टेस्ट मैच में छह विकेट निकाले थे, वह फिर से हमारे लिए नहीं खेले। यही बात गेल और पोलार्ड पर भी लागू होती है। पोलार्ड अगर 26-27 की उम्र में टेस्ट क्रिकेट खेलते, तो हो सकता था कि वह बहुत अच्छे टेस्ट क्रिकेटर बन जाते। 

इस तरह से हमने एक खिलाड़ी गंवा दिया। इविन लुइस भी टेस्ट क्रिकेट खेल सकते हैं, लेकिन वह नहीं चाहते। इस तरह से छोटे प्रारूप हमारी प्रगति में रोड़ा अटका रहे हैं।’ हूपर ने एक अन्य उदाहरण दिया, जिससे टेस्ट टीम को नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने कहा, ‘शिमरोन हेटमेयर जैसा खिलाड़ी, जिसने सीपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया। अब उन्हें अगले सत्र में आइपीएल में चुना जा सकता है।

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