IPL 2020: शाहरुख की केकेआर के लिए रोना ना बन जाए कोरोना, विदेशी खिलाड़ियों पर निर्भर है ये टीम

IPL 2020 कोलकाता नाइट राइडर्स विदेशी खिलाड़ियों पर ज्यादा निर्भर है ऐसे में अगर विदेशी खिलाड़ी नहीं खेलते हैं तो इस टीम का भगवान ही मालिक है।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sun, 15 Mar 2020 07:17 PM (IST) Updated:Sun, 15 Mar 2020 07:17 PM (IST)
IPL 2020: शाहरुख की केकेआर के लिए रोना ना बन जाए कोरोना, विदेशी खिलाड़ियों पर निर्भर है ये टीम
IPL 2020: शाहरुख की केकेआर के लिए रोना ना बन जाए कोरोना, विदेशी खिलाड़ियों पर निर्भर है ये टीम

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। IPL 2020: इस साल आइपीएल का आयोजन होगा कि नहीं, ये लाख टके का नहीं बल्कि अरबों का सवाल है लेकिन इससे भी बड़ा सवाल यह है कि आइपीएल होने पर भी क्या इसमें विदेशी क्रिकेटर शिरकत कर पाएंगे? बीसीसीआइ तो विदेशी क्रिकेटरों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है, तभी तो कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने जब विदेशी खिलाडि़यों को 15 अप्रैल तक वीजा देने पर रोक लगा दी तो बीसीसीआइ ने भी आइपीएल में विदेशी तड़का बरकरार रखने के लिए इसे भी उस समय तक के लिए निलंबित कर दिया।

आइपीएल-13 का क्या होगा, ये तो आने वाले दिनों में पता चलेगा लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि अगर आइपीएल का आयोजन होता है लेकिन विदेशी क्रिकेटर इसका हिस्सा नहीं बन पाते तो इसका सबसे ज्यादा असर बॉलीवुड स्टार शाह रुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) पर पड़ेगा।

मैकुलम से रसेल तक वही कहानी

ब्रेंडन मैकुलम, क्रिस गेल, जैक कैलिस, सुनील नारायण, क्रिस लिन से लेकर आंद्रे रसेल तक। केकेआर पर आइपीएल के पहले सत्र से ही विदेशी खिलाडि़यों के भरोसे चलने वाली टीम का ठप्पा लग गया था, जो काफी हद तक सच भी साबित हुआ है। केकेआर के विदेशी खिलाड़ी जब-जब चले, टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और दो बार ट्रॉफी भी जीती। विदेशी खिलाडि़यों के दबदबे वाली इस टीम में पूर्व कप्तान गौतम गंभीर और शीर्ष क्रम के बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा को छोड़कर कोई भी भारतीय खिलाड़ी अपनी छाप नहीं छोड़ पाया। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से राजस्थान रॉयल्स को पहला आइपीएल जिताने वाले यूसुफ पठान भी नहीं। नीतीश राणा पिछले साल कुछ मैचों में चमके जरूर, लेकिन बाद में फीके पड़ गए।

इस बार पैट कमिंस पर बड़ा दांव

केकेआर ने ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस को खरीदने में एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। कमिंस पर नीलामी में 15.5 करोड़ रुपये की भारी-भरकम रकम खर्च कर उसे आइपीएल का सबसे महंगा विदेशी खिलाड़ी बना दिया। केकेआर ने इंग्लैंड को पिछले साल 50 ओवरों का विश्वकप जिताने वाले कप्तान इयोन मोर्गन को खरीदने में भी 5.25 करोड़ रुपये खर्च कर डाले। केकेआर के सीईओ वेंकी मैसूर ने कहा था कि ये दोनों खिलाड़ी टीम के गेमप्लान में पूरी तरह फिट बैठते हैं। ऐसे में अगर कमिंस-मोर्गन नहीं खेल पाए तो केकेआर का सारा गेम प्लान चौपट हो सकता है।

जगजाहिर है कि इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी अपनी सुरक्षा को लेकर सबसे ज्यादा सतर्क रहते हैं। ऐसे में वीजा मिलने पर भी अगर दोनों ने असुरक्षा की भावना से भारत आकर खेलने से इन्कार कर दिया तो केकेआर के लिए भारी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। पिछले दिनों ही इंग्लैंड और श्रीलंका का दौरा रद कर चुकी है। अतीत में भी झांकें तो ऐसे कई उदाहरण मिलेंगे, जब इन दोनों देशों की पूरी की पूरी टीमें सुरक्षा कारणों से दूसरे देशों में जाकर खेलने से मना कर चुकी हैं।

केकेआर के पास टीम इंडिया का बड़ा खिलाड़ी नहीं

बेंगलुरु के पास विराट है, चेन्नई के पास धौनी और मुंबई के पास रोहित। टीम इंडिया के नियमित खिलाड़ी बाकी टीमों का हिस्सा हैं। केकेआर ही ऐसी टीम है, जिसमें टीम इंडिया का कोई नियमित खिलाड़ी नहीं है। स्पिनर कुलदीप यादव की बात करें तो वह भी खराब फॉर्म के कारण पिछले कुछ समय से टीम इंडिया के नियमित सदस्य नहीं रहे हैं। कुलदीप का केकेआर की तरफ से पिछले साल प्रदर्शन भी काफी निराशाजनक रहा था और उन्हें ज्यादा मुकाबले खेलने का मौका ही नहीं मिला था।

कैरेबियाई खिलाडि़यों पर सबसे ज्यादा निर्भरता

इसे महज संयोग कहें या कुछ और, केकेआर शुरू से ही कैरेबियाई खिलाडि़यों पर निर्भर रही है। पहले क्रिस गेल और सुनील नारायण और अब आंद्रे रसेल। केकेआर का स्पिन महकमा अभी भी नारायण पर इस कदर निर्भर है कि टीम ने उन्हें रिटेन किया हुआ है जबकि रसेल टीम की बल्लेबाजी की रीढ़ बन चुके हैं।

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