भारतीय खिलाड़ी ने लगाई दहाड़, कुछ भी कर ले 3-0 से हारेगी ऑस्ट्रेलियाई टीम

भारतीय खिलाड़ी ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम बहुत अच्छा भी खेली तो 3-0 से सीरीज हारेगी।

By Bharat SinghEdited By: Publish:Sat, 18 Feb 2017 11:05 AM (IST) Updated:Sat, 18 Feb 2017 12:23 PM (IST)
भारतीय खिलाड़ी ने लगाई दहाड़, कुछ भी कर ले 3-0 से हारेगी ऑस्ट्रेलियाई टीम
भारतीय खिलाड़ी ने लगाई दहाड़, कुछ भी कर ले 3-0 से हारेगी ऑस्ट्रेलियाई टीम

नई दिल्ली, आइएएनएस। टीम इंडिया में आने का इंतजार कर रहे ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा है कि भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अगर बहुत अच्छा खेल दिखाया तो भी मेजबान 3-0 से सीरीज जीतेंगे। हरभजन सिंह ने कहा है कि अगर चार टेस्ट मैचों की सीरीज में स्पिनरों को पिचों से मदद मिली तो ऑस्ट्रेलिया के जीतने की संभावना नहीं है।

हरभजन के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की टीम में रिकी पोंटिंग, माइकल क्लार्क और एडम गिलक्रिस्ट जैसे खिलाड़ियों की कमी है। हरभजन ने कहा है, 'अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में बहुत अच्छा भी खेलती है तो भी भारत 3-0 से सीरीज जीतेगा। अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम अच्छा नहीं खेलेगी तो भारत 4-0 से जीतेगा।'

हरभजन ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि भारत के विकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए इतने आसान होने वाले हैं। अगर पिच पहली ही गेंद से स्पिन लेती है तो मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी ज्यादा देर विकेट पर टिक पाएंगे।'

हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया की पुरानी टीम को इस टीम से कई बेहतर बताते हुए कहा कि इस टीम में पुरानी टीम जैसे अच्छे बल्लेबाज नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया की पुरानी टीम में मैथ्यू हेडन, गिलक्रिस्ट, पोंटिंग, मार्टिन, माइकल क्लार्क, जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज थे। आज की कंगारू टीम में सिर्फ डेविड वॉर्नर और स्टीवन स्मिथ ही अच्छे बल्लेबाज हैं। मुझे नहीं लगता कि ये दोनों बल्लेबाज भी ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह की बल्लेबाजी करते हैं तो उस तरह की बल्लेबाजी यहां कर पाएंगे।'

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ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम में नाथन लॉयन, स्टीव ओ कैफे, एश्टन अगर और मिशेल स्वेपसन के रूप में चार प्रमुख स्पिन गेंदबाजों को शामिल किया है। हरभजन का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्पिनरों को भारतीय पिचों पर सही गति से गेंदबाजी करने में मुश्किल होगी। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि उनके स्पिन गेंदबाजों में इस तरह की काबिलियत है। ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करने और यहां गेंदबाजी करने में फर्क है। दोनों जगह सही गति का अंतर है। इसलिए उनको यहां इससे तालमेल बैठाना होगा, अगर वे ऐसा नहीं कर सके तो उनके सामने परेशानियां आएंगी।'

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