गौतम गंभीर बोले- इन दो दिग्गजों की याद दिलाते हैं क्विंटन डिकॉक

India vs South Africa टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि साउथ अफ्रीका की टीम के टी20 कप्तान क्विंटन डिकॉक दो दिग्गजों की याद दिलाते हैं।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Sat, 14 Sep 2019 09:01 AM (IST) Updated:Sat, 14 Sep 2019 09:01 AM (IST)
गौतम गंभीर बोले- इन दो दिग्गजों की याद दिलाते हैं क्विंटन डिकॉक
गौतम गंभीर बोले- इन दो दिग्गजों की याद दिलाते हैं क्विंटन डिकॉक

 गौतम गंभीर का कॉलम। मुझे यह मौसम पसंद है। यह चिपचिपा है, लेकिन अभी क्रिकेट के बारे में चर्चा बहुत रोमांचक है। यह एक सत्र, नई आशाओं, नए लक्ष्यों की शुरुआत है। मेरे लिए दिल्ली के लिए खेलने के अपने शुरुआती दिनों में साल के इस समय का मतलब नए बल्लों को लेने के लिए मेरठ की यात्रा करना भी था। लकड़ी की गंध, एक बल्ले के निर्माता के कारखानों में नई विलो का परीक्षण करने की आवाज और फिर नए दस्ताने और लेग गार्ड पहनना, ये सब भावनाओं की एक भीड़ के साथ मेल खाता है।

20-21 वर्ष की आयु में एक नई किट होने का मतलब है कि आपके पास दुनिया है। भारतीय टीम के लिए काम शायद ही खत्म हो। आइपीएल के बाद वे विश्व कप में गए और वेस्टइंडीज में सीरीज के बाद घर वापसी हुई। मुझे नहीं लगता कि एक आधुनिक भारत का क्रिकेटर उस रोमांच से संबंधित हो सकता है, जिसे मैं समझ रहा था।

दक्षिण अफ्रीका के भारत के दौरे को लेकर यही कहूंगा कि मेहमान इसे विश्व कप की भुलाने वाली याद के बाद अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज से जोड़कर देख सकते हैं। मुझे क्विंटन डिकॉक पसंद हैं। वह बायें हाथ के उन बेहतरीन बल्लेबाजों में से हैं जिनसे मैं हमेशा प्रभावित हुआ, लेकिन कभी उनके जैसा नहीं बन पाया। वह मुझे कुमार संगकारा और ब्रायन लारा की याद दिलाते हैं। उम्मीद है कि वह कप्तान के रूप में सफल होंगे।

मेजबान भारत एक युवा और विकसित हो रहे विरोधी को लेकर अपने जीभ लपलपा रहा होगा। धर्मशाला बहुत बड़ा स्टेडियम नहीं है और ऊंचाई पर होने केकारण विज्ञान के लोग मुझे बताते हैं कि हवा के कारण गेंद तेजी से जाती है। इसका मतलब यह है कि अगर बल्लेबाजी के लिए पिच अच्छी है तो बहुत सारी बाउंड्री लगेंगी। यह युवा भारतीय बल्लेबाजों के लिए एक और मौका है।

मनीष पांडे अपनी 29 साल की उम्र से कम के लगते हैं। श्रेयस अय्यर ने वेस्टइंडीज में खुद को साबित किया। केएल राहुल सफेद गेंद केप्रारूप में एक ताकत हैं। रिषभ पंत हमेशा रोमांचक खेल दिखाते हैं, लेकिन उन्हें पीछे मुड़कर देखना होगा। उन्हें मेरे पसंदीदा संजू सैमसन कड़ी चुनौती दे रहे हैं। यह एक रोचक सीरीज है क्योंकि अगले साल टी-20 विश्व कप के लिए कई खिलाड़ी व्यक्तिगत लड़ाई लड़ रहे हैं।

मैं रोहित शर्मा को टेस्ट सीरीज के लिए सलामी बल्लेबाज के रूप में देखकर खुश हूं। यह उनके लिए एक और अवसर है। किसी भी अन्य बल्लेबाज से ज्यादा रोहित ने आइपीएल में मेरी कप्तानी के दौरान चुनौती दी, लेकिन उन्हें टेस्ट में अपनी चमक बिखेरनी होगी। प्रदर्शन से अपना वादा निभाना होगा। उनके लिए लाल गेंद से पारी की शुरुआत करना आसान नहीं होगा। मुझे उम्मीद है कि वह और टीम प्रबंधन को अब रोहित शर्मा का 2.0 का रूप देखने को मिल सकता है।

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