रायपुर : अम्‍बेडकर अस्पताल को दस व्हील चेयर और स्ट्रेचर जल्द देगा 'राडा'

रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन(राडा) भीमराव अम्‍बेडकर अस्पताल को दस व्हीलचेयर और दस स्ट्रेचर देने जा रहा है।

By Krishan KumarEdited By: Publish:Sat, 29 Sep 2018 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 29 Sep 2018 06:00 AM (IST)
रायपुर : अम्‍बेडकर अस्पताल को दस व्हील चेयर और स्ट्रेचर जल्द देगा 'राडा'

रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि : 'माय सिटी माय प्राइड' अभियान के फोरम में की गई घोषणा के अनुरूप रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन(राडा) जल्द ही छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल भीमराव अम्‍बेडकर अस्पताल को दस व्हीलचेयर और दस स्ट्रेचर देने जा रहा है। एसोसिएशन की कोशिश है कि यह अहम काम इसी माह ही कर दिया जाए। 

एसोसिएशन के पदाधिकारी अपने इस काम के लिए उत्साहित हैं। राडा के अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया ने फोरम से पहले हुई राउंड टेबल कॉन्‍फ्रेंस में इस समस्या को गंभीर माना था कि सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनें तो हैं, मरीजों के लिए व्हील चेयर और स्ट्रेचर की कमी है। तब उन्होंने इसमें मदद की पेशकश की थी।

बुधवार को हुए फोरम में संगठन ने अपनी सहमति पर फाइनल मुहर लगा दी। राडा का ऑटोमोबाइल संगठन के रूप में अपना एक अलग ही मुकाम है। ऑटोमोबाइल सेक्टर के विकास के लिए बनाए गए इस संगठन ने कारोबार के विकास के साथ  समाज के विकास का भी बीड़ा उठाया है। बुधवार को 'नईदुनिया' के 'माय सिटी माय प्राइड' के फोरम में राडा के नीरज अग्रवाल व रविन्दर सिंह भसीन मौजूद थे।

उन्होंने जानकारी दी कि उनका संगठन व्यावसायिक हित के साथ ही समाजहित का ख्याल रखता है। उनका संगठन कारोबारी विकास के साथ ही युवकों को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार देने में भी अव्वल है। खास बात यह है कि राडा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने के साथ ही संगठन से जुड़े संस्थानों में नौकरी भी देता है।

इससे पहले समय-समय पर युवाओं के लिए सेमिनार भी आयोजित करता है। राडा के अध्यक्ष सिंघानिया का भी कहना भी है कि इस संगठन का उद्देश्य ही कारोबारी विकास के साथ समाज का विकास भी करना है और इसके लिए हमेशा संगठन अग्रणी रहता है।
कैंसर विभाग को दिए एसी और अस्पताल में वाटर कूलर
संस्‍था ने पिछले माह अम्‍बेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग को चार एयरकंडीशनर दिए और साथ ही अस्पताल के लिए वाटर कूलर भी लगवाया। इनके साथ ही संस्‍था को जहां भी मदद की जरुरत महसूस होती है, उनके प्रतिनिधि तत्काल कदम उठाते हैं। संस्‍था ने दिव्यांगों के अनुकूल सर्वसुविधायुक्त टायलेट बनाने का फैसला किया है।

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